ऋषिकेश में महिला की हत्या कर फरार आरोपित पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार, पैर में लगी गोली

देहरादून /ऋषिकेष, 2 फरवरी (हि.स.)। ऋषिकेश में एक महिला की हत्या कर फरार चल रहे आरोपित को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने महिला के सिर पर पहले पत्थर से वार किया और फिर गला दबाकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने मुठभेड़ में आरोपित के पैर में गोली मारकर उसे गिरफ्तार किया है।घायल बदमाश के कब्जे से पुलिस टीम को एक 315 बोर का तमंचा, 01 जिंदा कारतूस तथा 02 खोखा कारतूस बरामद हुए। पकड़े गए आरोपित पर दस हजार रुपये का इनाम भी घोषित था।

पुलिस के अनुसार, मामले की शिकायत 25 दिसम्बर 2024 को गुमशुदगी में दर्ज की गई थी। चन्द्र मोहन ठाकुर ने पुलिस को बताया कि उसकी 54 वर्षीय पत्नी आशा देवी 22 दिसम्बर 2024 को द्विवेदी अस्पताल से बिना बताए कहीं चली गई है। पुलिस ने महिला की तलाश शुरू की।

गुमशुदा की तलाश के दौरान पुलिस टीम ने घटनास्थल व उसके आस-पास के क्षेत्र के लगभग 250-300 कैमरों की जांच की। इस दौरान महिला संजय गुसाई पुत्र करम चंद, निवासी कुम्हारवाडा, थाना ऋषिकेश के साथ एक सीसीटीवी की फुटेज में स्कूटी में सवार होकर जाती नजर आई। आरोपी के घर दबिश दी गई पर वह घर पर नहीं मिला। 19 जनवरी को पुलिस को एक महिला के शव की सूचना मिली, जो 20 से 25 दिन पुराना प्रतीत हो रहा था। शव की शिनाख्त उसके परिजनों ने गुमशुदा आशा देवी के रूप में की।

पुलिस ने संजय गुसांई पर दस हजार रुपये का इनाम घोषित कर उसकी तलाश शुरू की। कोतवाली ऋषिकेश व एसओजी की संयुक्त टीम का गठन किया गया। एक फरवरी को पुलिस ऋषिकेश जंगलात बैरियर पर वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इस बीच एक बिना नंबर की मोटर साइकिल पर सवार 1 व्यक्ति को रुकने इशारा किया गया लेकिन वह मोटर साइकिल वापस मोड़कर रानीपोखरी की तरफ भागने लगा। पुलिस के पीछा करने पर वह मोटर साइकिल छोड़कर भागने लगा। इस दौरान पुलिस ने फायर किए। आरोपित के पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। घायल बदमाश के कब्जे से पुलिस टीम को एक 315 बोर का तमंचा, 01 जिंदा कारतूस तथा 02 खोखा कारतूस बरामद हुए।

पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि मृतिका आशा देवी से उसकी मुलाकात कुम्हारवाडा में हुई थी, जहां वह किसी झाड़ फूक वाले के बारे में पूछ रही थी, जिसे लेकर अभियुक्त डोईवाला भी गया परंतु वहां कोई झाड़ फूंक वाला न मिलने पर अभियुक्त उसे लेकर वापस ऋषिकेश आ गया। आशा देवी ने दोबारा झाड़ फूक वाले के पास जाने के लिए अभियुक्त को फ़ोन किया, जिस पर अभियुक्त स्कूटी से उसे रायवाला लाया और रास्ते में शराब व अन्य खाने का सामान लेकर आईडीपीएल लेवर कालोनी के पास पार्किग में गया।

अभियुक्त की शराब पीकर किसी बात को लेकर आशा देवी से बहस हुई। उसने आशा देवी को धक्का दे दिया, जिससे वह ग्राउंड से नीचे ढलान पर गिरी और उसके सिर पर पत्थर लगने से खून निकलने लगा। पकड़े जाने के डर से उसने उसी पत्थर से आशा देवी के सिर पर वार किया और फिर गला गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद अभियुक्त ने आशा देवी के शव को पास की झाड़ियों मे छिपा दिया। घटना के बाद पकड़े जाने के डर से अभियुक्त लगातार अलग-अलग जगह में छुप रहा था। पुलिस आरोपित का अपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pokhriyal

   

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