बेन स्टोक्स को वनडे कप्तानी सौंपने पर विचार कर रहा इंग्लैंड: रॉब की

लंदन, 7 मार्च (हि.स.)। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब की का मानना है कि बेन स्टोक्स को वनडे कप्तानी सौंपने पर विचार न करना मूर्खता होगी। 2019 वर्ल्ड कप चैंपियन इंग्लैंड एक और खराब आईसीसी टूर्नामेंट से गुजर रहा है, जहां टीम 2025 चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप चरण में एक भी मैच जीते बिना बाहर हो गई। इसके बाद कप्तान जोस बटलर ने पद छोड़ दिया, जिससे अब इंग्लैंड क्रिकेट प्रबंधन के सामने टीम के भविष्य को संवारने के लिए अहम फैसला लेने की चुनौती है।

स्टोक्स, जो 33 साल के हैं, इंग्लैंड क्रिकेट में एक प्रेरणादायक खिलाड़ी रहे हैं और उन्होंने उन टीमों का हिस्सा बनकर बड़ी भूमिका निभाई, जिन्होंने एक समय पर दोनों व्हाइट-बॉल वर्ल्ड कप खिताब अपने नाम किए थे। हालांकि, उन्होंने 2023 वर्ल्ड कप के बाद वनडे प्रारूप से संन्यास ले लिया था। उन्होंने 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने के संकेत दिए थे, लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान लगी हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण यह संभव नहीं हो सका।

रॉब की ने गुरुवार को एक बयान में कहा, बेन स्टोक्स सबसे बेहतरीन कप्तानों में से एक हैं, जिन्हें मैंने देखा है। इसलिए उन्हें नजरअंदाज करना गलत होगा। यह इस बात पर निर्भर करता है कि इससे क्या असर पड़ेगा। हम हर एक विकल्प पर विचार कर रहे हैं और देख रहे हैं कि कौन-सा फैसला सबसे सही रहेगा।

उन्होंने आगे कहा, स्टोक्स एक शानदार रणनीतिकार हैं, जैसा कि हमने टेस्ट क्रिकेट में देखा है, लेकिन वह लोगों को प्रेरित करने वाले लीडर भी हैं। जब दबाव ज्यादा होता है, तो वह टीम को संभालते हैं और सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। यही लक्षण एक अच्छे कप्तान में होने चाहिए। लेकिन हमें उनके वर्कलोड पर भी ध्यान देना होगा, ताकि किसी अन्य प्रारूप में उनकी उपलब्धता प्रभावित न हो।

स्टोक्स ने बतौर टेस्ट कप्तान ब्रेंडन मैकुलम के साथ सफल साझेदारी बनाई है। मैकुलम को इस साल इंग्लैंड के व्हाइट-बॉल फॉर्मेट का कोच नियुक्त किया गया था, लेकिन उनकी अगुवाई में इंग्लैंड को अब तक सीमित ओवरों के 11 मैचों में से 10 में हार का सामना करना पड़ा है।

रॉब की ने कहा कि टेस्ट और वनडे क्रिकेट की समानता को देखते हुए स्टोक्स और मैकुलम की जोड़ी वनडे फॉर्मेट में भी फायदेमंद साबित हो सकती है। उन्होंने भारत के उदाहरण का जिक्र करते हुए कहा कि वहां टी20 विशेषज्ञों का दबदबा है, लेकिन वनडे टीम की रीढ़ टेस्ट खिलाड़ी ही हैं।

उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि टेस्ट और वनडे क्रिकेट अब ज्यादा करीब आ चुके हैं, जबकि टी20 अब एक अलग प्रारूप की तरह हो गया है। भारत में भी टी20 क्रिकेट में नए खिलाड़ी आ रहे हैं, लेकिन वनडे में टेस्ट खिलाड़ी ही टीम की ताकत हैं।

इसके अलावा, की ने युवा बल्लेबाज हैरी ब्रूक की कप्तानी क्षमता पर भी भरोसा जताया और कहा कि स्टोक्स की मौजूदगी उनके नेतृत्व कौशल को निखार सकती है। 26 वर्षीय ब्रूक को इंग्लैंड का भविष्य का कप्तान माना जाता है और उन्होंने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बटलर की गैरमौजूदगी में इंग्लैंड की वनडे टीम की कप्तानी भी की थी।

की ने कहा,मुझे लगता है कि हैरी ब्रूक एक शानदार कप्तान बन सकते हैं। बेन स्टोक्स की कप्तानी को लेकर मुझे पहले कुछ संदेह था, लेकिन उन्होंने जिस तरह नेतृत्व किया है, वह काबिलेतारीफ है। स्टोक्स की उपस्थिति ब्रूक के लिए भी फायदेमंद हो सकती है, क्योंकि अतिरिक्त जिम्मेदारी कई खिलाड़ियों के प्रदर्शन को बेहतर बनाती है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / सुनील दुबे

   

सम्बंधित खबर