ग्रामीण विकास मंत्रालय के अधिकारी ने डीडीयू-जीकेवाई 1.0 की प्रगति की समीक्षा की

हरियाणा में डीडीयू-जीकेवाई 2.0 के लिए तैयारी का भी किया आकलन

चंडीगढ़, भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय मिशन प्रबंधक (कौशल) और हरियाणा के नोडल अधिकारी श्री अबू ओसामा सैफी ने कौशल विकास कार्यक्रमों की व्यापक राज्य स्तरीय समीक्षा के तहत कुरुक्षेत्र में डीडीयू-जीकेवाई कौशल विकास केंद्रों और अंबाला में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआई) का दौरा किया। इस दौरे में डीडीयू-जीकेवाई 1.0 के कार्यान्वयन की प्रगति का मूल्यांकन करने और हरियाणा में डीडीयू-जीकेवाई 2.0 के क्रियान्वयन की तैयारियों का आकलन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। कुरुक्षेत्र में दो डीडीयू-जीकेवाई केंद्रों पर औचक निरीक्षण के दौरान श्री सैफी ने प्रशिक्षुओं, प्रशिक्षकों और कर्मचारियों से बातचीत की और प्रशिक्षण मॉड्यूल, प्लेसमेंट प्रक्रियाओं और परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों (पीआईए) के कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने ग्रामीण युवाओं को रोजगार योग्य कौशल से लैस करने में कार्यान्वयन टीमों के प्रयासों की सराहना की और ग्रामीण-शहरी कौशल अंतर को कम करने में केंद्रों के योगदान की सराहना की। आरएसईटीआई अंबाला में श्री सैफी ने महिला प्रशिक्षुओं से बातचीत की और उनके उद्यमशीलता के जज्बे और आत्मनिर्भरता के प्रति समर्पण की सराहना की। उन्होंने महिला नेतृत्व वाले उद्यमों को प्रोत्साहित करने और स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा देने में आरएसईटीआई की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में यह केंद्र ग्रामीण युवाओं को प्रशिक्षित करने और उन्हें सशक्त बनाने में सराहनीय प्रयास कर रहे हैं। प्रशिक्षुओं का उत्साह और प्रशिक्षण कर्मचारियों की प्रतिबद्धता समावेशी विकास को आगे बढ़ाने में इन कार्यक्रमों की क्षमता को दर्शाती है। श्री सैफी ने डीडीयू-जीकेवाई और आरएसईटीआई के तहत सभी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में बुनियादी आईटी और डिजिटल साक्षरता को एकीकृत करने की आवश्यकता पर जोर दिया और तेजी से डिजिटल होते जा रहे जॉब मार्केट की मांगों को पूरा करने में इसके महत्व को रेखांकित किया। फील्ड दौरा करने के बाद पंचकूला में एचएसआरएलएम राज्य मुख्यालय में एक विस्तृत समीक्षा बैठक हुई, जिसमें डीडीयू-जीकेवाई कार्यक्रम की प्रगति और कार्यो पर चर्चा की गई। समीक्षा बैठक की अध्यक्षता एचएसआरएलएम के सीईओ श्री सूरज भान, आईएफएस (सेवानिवृत्त) ने की। सत्र के दौरान, उन्होंने परियोजना कार्यान्वयन एजेंसियों (पीआईए) को संबोधित किया और उनके लक्ष्यों, समय सीमा और चुनौतियों के बारे में उनसे व्यक्तिगत चर्चा की। उन्होंने डीडीयू-जीकेवाई 2.0 के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए राज्य के रणनीतिक दृष्टिकोण पर मूल्यवान अंतर्दृष्टि भी साझा किया। इस यात्रा ने एक मजबूत और भविष्य के लिए तैयार डीडीयू-जीकेवाई   2.0 ढांचे के माध्यम से कौशल विकास को आगे बढ़ाने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिसका उद्देश्य ग्रामीण भारत में रोजगार क्षमता को बढ़ाना और स्थायी आजीविका को बढ़ावा देना है। इस दौरान जिला कार्यात्मक प्रबंधक श्री कपिल शर्मा, आरएसईटीआई राज्य समन्वयक श्री शैलेन्द्र चौहान तथा आईईसी, हरियाणा सुश्री शिवांगी वर्मा व अन्य भी उपस्थित रहे।

 

   

सम्बंधित खबर