बंगाल की नाबालिग लड़की को नेपाल ले जाते एसएसबी ने किया रेस्क्यू

पूर्वी चंपारण,18 अप्रैल (हि.स.)।

एसएसबी 47वीं वाहिनी की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम और प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर, पूर्वी चंपारण की सतर्कता से एक बड़ी मानव तस्करी की घटना टल गई।

टीम ने रक्सौल बॉर्डर पर नेपाल ले जाई जा रही एक नाबालिग लड़की का रेस्क्यू किया।लड़की के अनुसार उसे सोशल मीडिया पर फंसाकर धर्म छिपा कर प्रेम का झांसा दिया गया था।एसएसबी के अधिकारियो ने बताया कि भारत-नेपाल सीमा पर एक युवक के साथ जा रही एक किशोरी को रोक कर पूछताछ के दौरान दोनों के जवाबों में विरोधाभास मिलने पर टीम ने प्रयास संस्था को सूचना दी।

काउंसलिंग में लड़की ने जो खुलासा किया, वह चौंकाने वाला था।मिर्जापुर, हावड़ा (पश्चिम बंगाल) की रहने वाली लगभग 16 वर्षीय किशोरी ने बताया कि इंस्टाग्राम पर उसकी कुछ महीनों पहले एक युवक से दोस्ती हुई थी। उसने अपना नाम सोनू बताया था और खुद को हिंदू बताया। युवक मोहम्मद पठान, जो पूर्वी चंपारण जिले के पहाड़पुर थाना क्षेत्र का निवासी है, लड़की को बहला-फुसलाकर हावड़ा रेलवे स्टेशन से रक्सौल लाया। लड़की ने बताया कि सोनू ने उसे अपने परिजनों को जानकारी न देने की सख्त हिदायत दी थी। लड़की स्कूल जाने का बहाना कर घर से निकली और ट्रेन से रक्सौल पहुंची, जहां से युवक उसे नेपाल के काठमांडू ले जाने वाला था। वहां शादी और नौकरी का झांसा दिया गया था।

एसएसबी की जांच में यह भी सामने आया कि नाबालिग लड़की की गुमशुदगी व अपहरण को लेकर पश्चिम बंगाल में प्राथमिकी दर्ज है, जिसका कांड संख्या 65/25 है।

एसएसबीऔर प्रयास संस्था की टीम ने तत्परता दिखाते हुए लड़की और आरोपी युवक को हरैया थाना पुलिस को अग्रतर कार्रवाई के लिए सौंप दिया।

रेस्क्यू ऑपरेशन में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम के इंस्पेक्टर विकास कुमार, प्रदीप काजी, अरविंद द्विवेदी, नीतू कुमारी, मनु गंगोड समेत प्रयास संस्था से जिला परियोजना समन्वयक आरती कुमारी और सामाजिक कार्यकर्ता राज गुप्ता शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / आनंद कुमार

   

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