सामाजिक समरसता के महानायक संत रविदास की जयंती मनी

भागलपुर, 12 फ़रवरी (हि.स.)। सैनिक स्कूल गणपत राय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर भागलपुर में बुधवार को संत रविदास की जयंती मनाई गई। प्रधानाचार्य अमरेश कुमार, जयंती प्रमुख उत्तम कुमार मिश्रा, चंदन पांडे एवं छात्रों ने संयुक्त रूप से उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर जयंती का शुभारंभ किया।

मौके पर जयंती प्रमुख उत्तम कुमार मिश्र ने कहा कि भारत संत और महात्माओं का देश है। इन्होंने अपने ज्ञान एवं विवेक से भारत के मन को बढ़ाने का प्रयत्न किया है। संत शिरोमणि रविदास ने मानवता के लिए संदेश दिया कि जीवन में कर्म ही महान होता है। सफलता के लिए आदर्श दिनचर्या और कठिन परिश्रम आवश्यक होता है। महान समाज सुधारक, श्रेष्ठ विचारक एवं संत रविदास का संदेश हम मानव जाति के लिए अनुकरण के योग्य है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य अमरेश कुमार ने कहा कि संत रविदास का जीवन, चरित्र एवं कर्म अनुशासन पर ही निर्भर था। छात्रों के सफलता के लिए भी कठिन परिश्रम एवं अनुशासन आवश्यक होता है। जात-पात उच्च नीच के साथ अनेक सामाजिक कुरीतियों को दूर कर सामाजिक समरसता का भाव विकसित करने वाले कर्म की प्रधानता देने वाले समानता एवं एकता का भाव का विकास करने वाले संत रविदास का जीवन हम सभी के लिए अनुकरण के योग्य है। इस अवसर पर राज सिंघानिया, खुशी प्रिया, आराध्या के अतिरिक्त अनेक छात्रों ने अपना भाव व्यक्त किया। पवन पंजियार के द्वारा तुम चंदन हम पानी गीत भी प्रस्तुत किया गया। मौके पर मीडिया प्रभारी दीपक कुमार झा, पुष्कर झा एवं सभी आचार्य बंधु उपस्थित थे।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर

   

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