सतगुरु के वचन का पालन करने से मिलते हैं दैवीय गुण : शीतल डोला

ऋषिकेश, 11 अगस्त (हि.स.)।‌ संत निरंकारी मिशन‌ की प्रचारक बहन शीतल डोला ने कहा कि सतगुरु बाबा हरदेव सिंह महाराज ने अंतरराष्ट्रीय भाषा इंग्लिश में संत समागमों की शुरुआत इसलिए की थी ताकि पूरी दुनिया में अध्यात्म का संदेश फैल सके। उन्हाेंने इस बात पर जाेर दिया कि अंग्रेजी समागमों का उद्देश्य केवल एक भाषा का प्रचार नहीं, बल्कि आध्यात्मिक संदेश का वैश्विक प्रसार है।

शीतल डाेला ने कहा कि यदि भक्त सतगुरु के वचनों का सच्चे मन से पालन करते हैं, तो दैवीय गुण स्वतः ही उनके जीवन में आ जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि व्यक्ति तन, मन और धन काे परमात्मा की अमानत समझे, तो उसके जीवन में शांति (सुकून) बना रहता है। साथ ही, जाति, पंथ, धर्म का अभिमान छाेड़ने से विश्व एक परिवार के रूप में रह सकता है।

उन्हाेंने कहा कि यह सभी दैवीय गुण तभी संभव है जब व्यक्ति परमात्मा को जान ले और यही मानव के मानव जीवन का असली उद्देश्य है। आज के युग में सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज इस कार्य काे आगे बढ़ा रही हैं।

सत्संग में कई युवाओं ने गीत, कविता और भाषण के माध्यम से अपने विचार अंग्रेजी में व्यक्त किए।

हिन्दुस्थान समाचार / विक्रम सिंह / सत्यवान

   

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