जींद : आर्ट ऑफ लिविंग संस्था 186 देशों में काम कर रही : टेकराम कंडेला
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- Feb 16, 2025
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जींद, 16 फ़रवरी (हि.स.)। आध्यात्मिक संगम, जीवन जीने की कला में जींद में होने वाले आध्यात्मिक संगम कार्यक्रम संयोजक चरण सिंह चाहर ने रविवार को खापों के प्रतिनिधियों से कंडेला में टेकराम कंडेला, सर्वजातीय राष्ट्रीय संयोजक खाप पंचायत और सतवीर सिंह दालमवाला सहित अन्य से मुलाकात की और 18 फरवरी को आर्ट ऑफ लिविंग के अध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर के जींद आगमन को न्योता दिया। खापों के प्रधानों ने बताया कि गुरुजी से हम समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने के लिए जितने भी नशे, नस्ल और फसल बर्बाद हो रहे हैं उन्हें सही रास्ते पर लाने के लिए अर्ज करेंगे।
लिव इन रिलेशनशिप को खत्म करना, एक गांव एक गोत्र में शादी पर रोक लगाना, जीरो बजट खेती की शुरुआत और पर्यावरण को बचाना तथा सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करना शामिल है। टेकराम कंडेला ने कहा कि आध्यात्मिक संगम में सभी खाप, बारहे, तपे, किसान, खिलाड़ी, पंचायत और सामाजिक संगठन भाग लेंगे और आशीर्वाद ग्रहण लेंगे। हम सभी का उद्देश्य समाज में फैली कुरीतियों, नशा, आदतों एवं बुराइयों से छुटकारा पाना है। क्योंकि श्रीश्री रविशंकर एक सिद्ध पुरुष हैं। जिनके जींद आने से जींद के विकास और उन्नति में चार चांद लग जाएंगे। इस आध्यात्मिक संगम का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। इसी के साथ फसल बचाओ, नस्ल बचाओ अभियान की शुरुवात 18 फरवरी को होगी। जिसमें लगभग 25 हजार लोग शिरकत करेंगे।
टेकराम कंडेला ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग संस्था 186 देशों में काम कर रही है। जिसमें 1200 से ज्यादा स्कूलों में जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा दी जाती है। प्राकृतिक खेती, गौसेवा, सात्विक भोजन, शांत मन, तंदुरुस्त शरीर, शिक्षा, वातावरण, पर्यावरण बचाव और जैविक खेती से संबंधित अनेक कोर्स चल रहे हैं। आर्ट ऑफ लीविंग के अध्यापक अनिल देशवाल ने कहा कि हर किसी को सुदर्शन क्रिया सीखनी चाहिए। सुदर्शन क्रिया एक ऐसा उपहार है, जिससे मनुष्य के जीवन में सकारात्मकता एवं ऊर्जा का संचार होता है तथा मानसिक शांति मिलती है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा