(अपडेट) विज्ञान की मदद से एकत्र हो पा रहें जलाशयों, बैराजों के आंकड़ें : स्वतंत्रदेव सिंह

लखनऊ, 14 अगस्त(हि.स.)। सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने तेलीबाग स्थित डा. राममनोहर लोहिया परिकल्प भवन में आयोजित राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के कार्यक्रम में कहा कि आज पूरे प्रदेश के विभिन्न बांधों, जलाशयों, नहरों, बैराजों में जल की उपलब्धता है। इन सभी के संचालन सम्बन्धी प्रतिदिन के आंकड़े यहाँ कमांड सेन्टर में एकत्र करना अंतरिक्ष विज्ञान की मदद से ही संभव हो पा रहा है।

स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि आज का दिन युवाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति आकर्षित करने का एक विशेष अवसर भी है। आज के युवा हमारे भविष्य के वैज्ञानिक, इंजीनियर और शोधकर्ता हैं। जो आने वाले समय में हमारे देश को और ऊँचाइयों पर ले जाएंगे। प्रधानमंत्री के प्रयास और लगातार दिए गए नैतिक मार्गदर्शन से प्रेरित होकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा यह अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की गयी जो विश्व के किसी भी देश के लिए अभी तक केवल कल्पना तक सीमित है।

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की उपलब्धि हमारे देश की वैज्ञानिक क्षमता, तकनीकी उत्कृष्टता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। इस अद्वितीय उपलब्धि को प्राप्त करने में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निरंतर समर्थन और प्रेरणा का विशेष योगदान है। इस मिशन के बाद यह वाक्य भी बहुत प्रचलित हुआ कि कुछ देशों के झंडों पर चांद होता है, वहीं कुछ देशों का झंडा चांद पर होता है। वैज्ञानिकों के कौशल और परिश्रम एवं मोदी की नेतृत्व क्षमता के बल पर भारत ने असंभव को भी संभव करके दिखाया है।

जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद ने इस अवसर पर मौजूद विभागों एवं संस्थानों से उपस्थित प्रतिनिधियों, अधिकारियों को जल संचय करने, जल का अपव्यय रोकने, राजकींय सम्पत्ति एवं जन मानस को बाढ़ की विभिषिका से बचाने के लिए सहयोग करने की अपील की। रामकेश ने नवीन टक्नोलॉजी का प्रयोग करते हुए आम जनमानस के जीवन को और बेहतर बनाने में सहयोग करने का आह्वाहन किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव सिंचाई अनिल गर्ग, प्रमुख अधिकारीगण एवं कर्मचारी उपस्थित रहें।

हिन्दुस्थान समाचार / शरद चंद्र बाजपेयी / मोहित वर्मा

   

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