बंगाल में प्राथमिक शिक्षा में सेमेस्टर प्रणाली लागू, सिलेबस और परीक्षा पद्धति में बड़े बदलाव
- Admin Admin
- Dec 27, 2024
कोलकाता, 27 दिसंबर (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में प्राथमिक शिक्षा को लेकर एक बड़ी घोषणा की गई है। अगले शैक्षणिक सत्र से पहली से पांचवीं कक्षा के छात्रों के लिए सेमेस्टर प्रणाली लागू होगी। यह घोषणा शुक्रवार को पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष गौतम पाल ने एक प्रेस वार्ता के दौरान की। इस नई प्रणाली का नाम ‘क्रेडिट बेस्ड सेमेस्टर सिस्टम’ रखा गया है।
इस नई प्रणाली के तहत अब हर साल दो बार परीक्षा होगी। जनवरी से जून और जुलाई से दिसंबर तक, वर्ष को दो हिस्सों में बांटा जाएगा। पहले सेमेस्टर में 40 अंकों की परीक्षा होगी, जिसमें 20 अंक उपस्थिति और कक्षा में व्यवहार जैसे पहलुओं पर आधारित होंगे, जबकि बाकी 20 अंक परियोजनाओं के आधार पर दिए जाएंगे। दूसरी सेमेस्टर परीक्षा 60 अंकों की होगी, जो पूरी तरह लिखित होगी।
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परीक्षा पद्धति में बड़े बदलाव
परिषद ने यह भी निर्णय लिया है कि अब से प्रश्नपत्र स्कूलों द्वारा तैयार नहीं किए जाएंगे। प्राथमिक स्तर की परीक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र राज्य स्तर पर परिषद द्वारा ही तैयार किया जाएगा। हालांकि, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन संबंधित स्कूल के शिक्षक ही करेंगे।
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सिलेबस में बदलाव 2026 से
2025 के शैक्षणिक सत्र में पुरानी पाठ्यक्रम व्यवस्था के अनुसार परीक्षा आयोजित की जाएगी। लेकिन 2026 से पाठ्यक्रम में व्यापक बदलाव लागू किए जाएंगे। इस संबंध में शिक्षा विभाग से मंजूरी भी मिल गई है।
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छात्रों के लिए क्रेडिट स्कोर
नई प्रणाली के तहत छात्रों को ‘क्रेडिट स्कोर’ भी दिया जाएगा। पहली और दूसरी कक्षा के लिए 376 घंटे की वार्षिक कक्षाओं के आधार पर अधिकतम 13.5 क्रेडिट स्कोर तय किया गया है। वहीं, तीसरी से पांचवीं कक्षा के लिए 460 घंटे की कक्षाओं के अनुसार अधिकतम 16.5 क्रेडिट स्कोर दिया जाएगा।
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शिक्षकों का प्रशिक्षण अनिवार्य
परिषद के डिप्टी सेक्रेटरी पार्थ कर्मकार ने बताया कि नई प्रणाली को लागू करने के लिए शिक्षकों को जल्द ही प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि प्राथमिक शिक्षा की नींव मजबूत हो और यह प्रणाली छात्रों को अखिल भारतीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाएगी।
परिषद के अध्यक्ष गौतम पाल ने कहा कि यह साहसिक कदम सरकार के सहयोग से संभव हुआ है। इस प्रणाली से छात्रों को बचपन से ही एक मजबूत मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए तैयार किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर