सोरम-भटगांव उचित जगह नहीं, डेयरी व्यवसायियों ने जाने से किया इंकार
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- Jun 03, 2025

धमतरी, 3 जून (हि.स.)।नगर निगम कार्यालय में तीन जून को डेयरी व्यवसायियों की बैठक हुई। यहां व्यवसायियों ने सोरम व भटगांव क्षेत्र में जाने से स्पष्ट मना कर दिया। ऐसे में बैठक में कोई उचित निष्कर्ष नहीं निकल पाया। इधर निगम प्रशासन डेयरियों को शिफ्ट करना चाह रहा है, लेकिन सालों से नतीजा शून्य है।
जिला मुख्यालय से लगे ग्राम सोरम व भटगांव में गोकुल नगर बसाने निगम की तैयारी है, लेकिन सालों से अधूरा है। निगम प्रशासन और डेयरी व्यवसायियों के बीच कई बैठकें हो चुकी है, लेकिन रिजल्ट शून्य है। कुछ दिनों पहले ही डेयरी व्यवसायियों के साथ फिर बैठक हुई थी। जिसमें पूर्व की जगह के आगे नयी जगह को दिखाया गया था। जिसमें कई व्यवसायी तैयार हो चुके थे। कुछ पुरानी जगह को पसंद करने लगे थे। इस बीच मंगलवार को फिर से बैठक बुलाई गई। फिर से इसमें डेयरी व्यवसायियों ने सोरम-भटगांव क्षेत्र में जाने से मना कर दिया। इस बीच निगम प्रशासन ने व्यवसायियों से स्पष्ट कहा है कि डेयरी को बाहर शिफ्ट किया जाएगा।
नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी सदस्य नीलेश लुनिया ने कहा कि बैठक हुई है। डेयरी व्यवसायी चिन्हांकित जगह में नहीं जाना चाहते। हमने स्पष्ट कह दिया है कि व्यवसायी जो सुविधा मांगेंगे निगम प्रशासन देने के लिए तैयार है। अन्य जगह संभव नहीं है। दो जगह दिखा दिया गया है। वहीं गोकुल नगर बसाया जायेगा।
इस मामले में महापौर रामू रोहरा ने कहा कि शहर हित में चिन्हांकित जगह में जाना पड़ेगा।डेयरी यूनियन के अध्यक्ष शंकर गौली ने कहा कि डेयरी को बाहर शिफ्ट करने के लिए गोकुलनगर स्थापित किया जाना है जिसके लिए सोरम-भटगांव में भूमि चयन किया गया था। लेकिन यह स्थान गोकुलनगर स्थापना के लिए सही नहीं है। वहां तापमान ज्यादा रहता है। पानी, चारा पर्याप्त नहीं है। उस जगह को छोड़कर अर्जुनी, श्यामतराई, मुजगहन, सेहराडबरी में शहर के पास जहां घास जमीन उपलब्ध हो, उसे दिया जाए। व्यवसायियों ने कहा कि सोरम भटगांव में किसी भी स्थिति में नहीं जायेंगे।
जानकारी के अनुसार शहर में रोजाना दो से तीन मवेशियों की मौत हो रही है। जिसमें ज्यादातर गायें हैं। नीलेश लुनिया ने बताया कि अलग अलग वार्डों में रोजाना मौत हो रही है। कहीं बासी भोजन खाने की वजह से मवेशियों की मौत हो रही है। निगम द्वारा रोजाना मृत गायों को वार्डों से उठाया जाता है। डेयरी व्यवसाय के बाहर शिफ्ट होने से इसमें कमी आयेगी। निजी मालिक भी अपने मवेशियों को बाहर न छोड़ें। इस बैठक में शंकर गौली, संजय पांडे, कैलाश गौली, नीलकंठ गौली, नंदू गौली, विजय यादव, सुधीर नायडू, प्रमोद, आशुतोष साहू, कन्हैया ग्वाल, संस्कार गौली, शुभम ग्वाल, आदित्य, सोनू गौली, सुरेश, नीलेश लहरे सहित अन्य डेयरी व्यवसायी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा