प्रदेश में कानून व्यवस्था के साथ ही चिकित्सा सुविधाएं भी गहन चिकित्सा इकाई में -नेता प्रतिपक्ष जूली

जयपुर, 20 जनवरी (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही के कारण भीलवाड़ा में एक महिला की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था के साथ चिकित्सा सेवाएं भी पूरी तरह चरमरा गई हैं। यह घटना चिकित्सा मंत्री की नाकामी का परिणाम है और इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।

जूली ने बताया कि भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में एंबुलेंस का गेट 15 मिनट तक नहीं खुला, जिससे गंभीर रोगी महिला को समय पर उपचार नहीं मिल पाया और उसकी मौत हो गई। एंबुलेंस में ऑक्सीजन की कमी और अस्पताल में मरीज को ट्रॉली तक नहीं मिलने की वजह से एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

उन्होंने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह घटना सिर्फ भीलवाड़ा तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे राजस्थान में चिकित्सा सेवाओं की स्थिति खराब है। जयपुर में आधार कार्ड न होने पर मरीजों को इलाज से वंचित किया जा रहा है। क्या आधार कार्ड इंसानी जान से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है?

उन्होंने 108 एंबुलेंस सेवा पर भी आरोप लगाया कि यह सेवा अब जान बचाने के बजाय जान लेने का कारण बन रही है। जनता के पैसे से संचालित इस सेवा में हर बार लापरवाही के मामलों पर सिर्फ लीपापोती की जाती है।

जूली ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में इलाज के नाम पर लापरवाही और निजी अस्पतालों में लूट-खसोट हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री पर तंज कसते हुए पूछा कि क्या यही उनका विकसित राजस्थान है। उन्होंने कहा कि झूठे दावों और विज्ञापनों से लोगों की जान नहीं बचाई जा सकती। जनता अब सरकार से जवाब चाहती है।

(हि.स.)

हिन्दुस्थान समाचार / मनीष कुमार

   

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