खल्लारी नदी में आई अचानक बाढ़, लोग फंसे रहे

धमतरी, 22 सितंबर (हि.स.)। खल्लारी नदी में अचानक बाढ़ आने से ब्लाक मुख्यालय नगरी से ग्रामीणों का संपर्क टूटा गया। सड़क के ऊपर पानी बहने से दोनों ओर से ग्रामीण फंसे रहे। पानी घटने के साथ बाढ़ खत्म होने का ग्रामीण इंतजार करते रहे। बाढ़ आने की वजह से कुछ समय तक मार्ग बाधित रहा। अंचल में बारिश थमने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली और बाद में आवाजाही शुरू हुई।

नगरी ब्लाक के वनांचल क्षेत्र में स्थित खल्लारी नदी में 22 सितंबर की सुबह अचानक बाढ़ आ गई। नदी के ऊपर का पानी सड़क के ऊपर से चलना शुरू हो गया है, इससे राहगीरों और वाहन चालकों में हड़कंप मच गया। बाढ़ में लोग फंसे रहे। बाढ़ की वजह से ग्रामीणो के साथ खल्लारी थाना कैंप का भी पंचायत मुख्यालय से संपर्क टूट गया था। आसपास के ग्रामीणों को भी नदी व कच्ची सड़क को लेकर आने-जाने में काफी परेशानी हो रही थी। खल्लारी नदी में पानी कम होने का राहगीर व ग्रामीण इंतजार करते रहे। जब तक पानी कम नहीं हुआ, तब तक सभी वर्ग के लोग और वाहन फंसे रहे। पानी ढहने के बाद ही लोगों ने राहत की सांस ली और आवाजाही पहले की तरह बहाल हुई। इस वर्ष धमतरी जिले के नगरी ब्लाॅक में सर्वाधिक वर्षा हुई है। धमतरी शहर में लोग गर्मी और उमस से बेहाल है, तो वनांचल के इन गांवों में कभी भी बारिश होने के साथ बाढ़ की स्थिति बन रही है। नगरी ब्लाॅक के ग्राम चमेदा, नयापारा, बुडरा, मासूलखोई से बारिश होते ही कोई भी समय ब्लाक मुख्यालय से संपर्क टूट जाता है। 22 सितंबर रविवार को भी अचानक खल्लारी नदी में बाढ़ आने से यह स्थिति बनी। नदी में करीब चार से पांच फीट पानी का तेज बहाव चलने लगा।

ग्राम खल्लारी, जोगीबिरदो , साल्हेभाट , आमझर , गाताबहारा , चमेदा ,मासूलखोई के ग्रामीण कार्याें व लेनदेन के लिए ब्लाक मुख्यालय नगरी के ऊपर ही निर्भर है। आवागमन के लिए एक मात्र बाइक ही साधन है, लेकिन सड़क जर्जर होने के कारण आने-जाने में ग्रामीणों को कई तरह की दिक्कतें होती है। वन विभाग सड़कों पर सिर्फ कच्ची मिट्टी डाल कर नये सड़क का निर्माण करते हैं, जो ग्रामीणों को सुविधा नहीं बल्की उनके लिए परेशानी का सबब रहता है। सड़क मरम्म्त के नाम पर क्षेत्र के अधिकारी सिर्फ खानापूर्ति करते हैं। खल्लारी थाना कैम्प का तो ग्राम खल्लारी से ही संपर्क टूट गया था, ऐसे में थाना में तैनात जवान भी नदी के किनारे बैठकर पानी कम होने का इंतजार करते रहे। वहीं आम लोगों को भी सलाह देते रहे कि पानी के तेज बहाव में सड़क पार न करें। पानी कम होने तक इंतजार करें। बाढ़ से अनहोनी की आशंका को देखते हुए बचाव के लिये नदी के किनारे पर जवान डटे रहे। पानी कम होने के बाद जवान वापस लौटे। बारिश से वनांचल की कच्ची सड़कों का बुराहाल है। तेज बारिश के चलते कच्ची सड़क भी पानी के बहाव से जगह-जगह कट गया है। जगह-जगह दलदल की वजह से सड़क खराब हो गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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