कामदगिरि परिक्रमा में अत्याधुनिक शौचालयों में वर्षों से लगा ताला,श्रद्धालु खुले ने शौच को मजबूर

कामदगिरि परिक्रमा में अत्याधुनिक शौचालयों में वर्षो से लगा ताला,श्रद्धालु खुले ने शौच को मजबूर

- उप्र पर्यटन विभाग द्वारा साक्षी गोपाल मंदिर और खोही पुलिस चौकी के पास बनाए गए हैं शौचालय

चित्रकूट, 20 अगस्त (हि.स.)। भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में मोदी और योगी सरकार के स्वच्छ भारत अभियान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा लाखों की लागत से बनवाए गए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस शौचालय महज शो-पीस बन कर रहे हैं।स्वच्छ शौचालयों के निर्माण के बाद से ही इन पर ताला लगा रहने से देश भर से चित्रकूट आने वाले श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।महिला श्रद्धालुओं तक को खुले में शौच जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। लोगों की तमाम शिकायतों के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा जनता की मूलभूत समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा हैं।

केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत करोड़ों का बजट देकर स्वच्छता की अलख जगाने का काम किया जा रहा है।लेकिन चित्रकूट में वर्षों से जमे अधिकारियों की भ्रष्ट कार्यशैली के चलते सरकार की मंशा पर पलीता लग रहा है। देश भर से भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा लाखों की लागत से तीन हाईटेक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों की उदासीनता के चलते इन शौचालयों में कई वर्षों से ताला लगा होने से श्रद्धालुओं को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इतना ही नहीं बिना उपयोग के ही इनके फर्श पर लगी टाइल्स उखड़ने लगी हैं। जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।

समाजसेवी जागेश्वर प्रसाद यादव का कहना है कि स्वच्छ भारत का सपना साकार करने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा करोड़ों का बजट पानी की तरह बहाया जा रहा है, लेकिन धर्म नगरी चित्रकूट में जिम्मेदार अधिकारी सरकार की इस मंशा को ठेंगा दिखा रहे हैं। कामदगिरि परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्यटन विभाग की ओर से साक्षी गोपाल मंदिर, डंडा सरकार मंदिर और खोही पुलिस चौकी के पास लाखों की लागत से हाईटेक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते इन सभी शौचालयों पर हमेशा ताला लगा रहने से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

श्रद्धालु रामरती देवी ने बताया कि पर्यटन विभाग और नगर पालिका की लापरवाही से लाखों की लागत से बने शौचालयों पर कई वर्षों से ताला लगा हुआ है। जिससे महिला श्रद्धालुओं की भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तमाम महिलाओं को खुले में शौच करने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कामदगिरि परिक्रमा मार्ग ने बने शौचालयों को शुरू कराए जाने की मांग की है।

हिन्दुस्थान समाचार / रतन पटेल / मोहित वर्मा

   

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