शिक्षकों की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए एससीईआरटी ने तैयार किया एकीकृत शिक्षक प्रशिक्षण माड्यूल
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- Jan 10, 2025
लखनऊ, 10 जनवरी (हि.स.)। शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर परिवर्तन और विकास अब एक अपरिहार्य कदम के रूप में देखा जा रहा है। अब बच्चों के समग्र व्यक्तित्व और सामाजिक कौशल के विकास को प्राथमिकता देते हुए, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), उत्तर प्रदेश ने एकीकृत शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल 'सम्पूर्ण' तैयार किया है। यह मॉड्यूल शिक्षकों की कार्यकुशलता को बढ़ाने, उन्हें नई शैक्षिक विधियों से परिचित कराकर बच्चों के समग्र विकास में योगदान देने के उद्देश्य से विकसित किया गया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप यह पहल बच्चों को अनुभव आधारित शिक्षा देने के साथ-साथ शिक्षकों को बहुविषयक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण है। एससीईआरटी की इस पहल से बच्चों को अच्छी शिक्षा तो मिलेगी ही, वे एक जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में भी अग्रसर होंगे।
'सम्पूर्ण' मॉड्यूल की विशेषताओं में समग्र शिक्षा के माध्यम से बच्चों का व्यक्तित्व और सामाजिक कौशल विकसित करना, नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप बहुविषयक दृष्टिकोण, शिक्षकों की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए एकीकृत प्रशिक्षण, शिक्षकों के समय की बचत और सरल प्रशिक्षण प्रक्रिया, भाषा, पर्यावरण, नैतिक शिक्षा और जीवन कौशल जैसे विषयों का समावेश, बच्चों के मानसिक और सामाजिक विकास के लिए अभिनव गतिविधियाँ, शिक्षकों को अनुभव आधारित और प्रभावी शिक्षण विधियों से परिचित कराना है। इसके साथ ही रचनात्मकता, नैतिकता और कल्पनाशीलता का बच्चों में विकास, कंटेंट की पुनरावृत्ति और दुविधा को कम करने का प्रयास, समाज के जिम्मेदार और योग्य नागरिक बनाने पर फोकस है।
कार्यशाला में प्रशिक्षित हुए शिक्षक
08 और 09 जनवरी को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के गंगा सभागार में आयोजित दो दिवसीय परामर्श कार्यशाला में प्राथमिक स्तर के शिक्षकों के लिए तैयार किए गए एकीकृत शिक्षक प्रशिक्षण मॉड्यूल 'सम्पूर्ण' की समीक्षा भी हो चुकी है। एससीईआरटी के निदेशक गणेश कुमार और संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान द्वारा संयुक्त रूप से शुभारम्भ किए गये इस कार्यशाला में शिक्षकों की कार्यकुशलता को बढ़ाकर उन्हें बच्चों के शिक्षण और समग्र विकास में अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया, जहाँ विशेषज्ञों ने 35 प्रशिक्षणार्थियों से मॉड्यूल के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। दो दिनों तक चली इस कार्यशाला में विशेषज्ञों ने शिक्षकों को नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप बहुविषयक प्रशिक्षण देने के महत्व पर जोर दिया।
निदेशक बोले निदेशक एससीईआरटी के निदेशक गणेश कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण मॉड्यूल में शिक्षकों को परिमार्जन पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया गया है। इससे शिक्षकों के कौशल में सुधार होगा और शिक्षण तकनीक में भी नवाचार आएगा। विद्यालयों में सकारात्मक परिवर्तन दिखाई देंगे।
संयुक्त सचिव ने कहा
संयुक्त निदेशक, डॉ. पवन सचान ने बताया कि यह मॉड्यूल शिक्षकों को सीमित समय में नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप बहुविषयक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए बनाया गया है। यह शिक्षकों को विद्यालय और बच्चों के बीच अधिकतम समय बिताने का अवसर प्रदान करने को प्रेरित करने वाला है। ऐसा होने से शिक्षक अपने शिक्षण कौशल को बेहतर बना सकेंगे और बच्चों के समग्र विकास में सक्रिय भूमिका निभा सकेंगे।
हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र नाथ राय