जींद, 28 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम में आए बदलाव से शुक्रवार देर रात को जहां बारिश हुई वहीं शनिवार को भी बादल छाए रहे। पिछले 24 घंटों में जिले में औसतन 22.2 एमएम बारिश हुई हैए जिसमें सबसे ज्यादा जुलाना में 39 एमएम बारिश दर्ज की गई। उचाना क्षेत्र में देर शाम को हुई ओलावृष्टि से सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। अब चार दिन तक मौसम ठीक रहेगा लेकिन एक और दो जनवरी को फिर से बारिश की संभावना है। शनिवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री रहा तो न्यूनतम तापमान आठ डिग्री तक आने का अनुमान है।
शुक्रवार शाम को उचाना के बड़ौदाए घोघडिय़ां,रोज खेड़ा, खटकड़, खापड़, भौंगरा, बुडायन,बरसोला सहित कई गांवों में ओलावृष्टि हुई है। किसानों ने स्पेशल गिरदावरी करवाने की मांग प्रशासन से की है। वहीं बारिश से गेहूं की फसल को फायदा होगा। किसानों के अनुसार गेहूं की फसल में सिंचाई की पूर्ति हो गई है। इससे किसानों का प्रति एकड़ ट्यूबवेल से सिंचाई पर होने वाले 800 से एक हजार रुपये के डीजल खर्च की बचत हुई है। जिले से गुजरने वाली हांसी ब्रांच और सुंदर ब्रांच नहर में भी एक सप्ताह देरी से 13 जनवरी को पानी आना था।
जिसके चलते किसानों को मजबूरन ट्यूबवेल से सिंचाई करनी पड़ती। लेकिन ऐसे समय पर वर्षा हुई हैए जिससे किसानों को ट्यूबवेल से सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी। इससे नहर में देरी से पानी आने का असर इस बार सिंचाई पर नहीं पड़ेगा। जींद जिले में करीब 2.15 लाख हेक्टेयर में गेहूं की फसल खड़ी है। अगेती फसल में फिलहाल दूसरी बार सिंचाई का समय आ चुका था। वहीं पछेती फसल में किसानों को पहली सिंचाई करनी थी। अब वर्षा होने से सिंचाई की पूर्ति होने के साथ.साथ फसल में फुटाव भी ज्यादा होगा। दिसंबर का पहला पखवाड़ा सूखी ठंड में ही बीत गया था। धुंध व वर्षा नहीं होने के कारण गेहूं की फसल में फुटाव भी कम हुआ था
इस ब्लाक में इतनी बारिश दर्ज
ब्लाक का नाम बारिश एमएम में
जींद 20.2 एमएम
नरवाना 26
सफीदों 15
जुलाना 39
उचाना 21
पिल्लूखेड़ा 14
अलेवा 20.6
औसत 22.2 एमएम
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा