ठाणे में ऑटो के नहीं बदले टैरिफ आरटीओ ने कहा ,अंतिम दिन 30 अप्रैल

मुंबई,22 अप्रैल ( हि.स) । बढ़ती महंगाई में रिक्शा मीटर की कीमत में वृद्धि को ढाई महीने बीत जाने के बावजूद, ठाणे में केवल 50 प्रतिशत से अधिक रिक्शा चालकों ने ही अपने मीटर का कैलिब्रेशन पूरा किया है। यह बात सामने आई है कि ठाणे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में पंजीकृत लगभग 80,000 ऑटो रिक्शा में से केवल 40,700 का ही कैलिब्रेशन किया गया है। इसलिए शेष रिक्शों के टैरिफ मीटर नहीं बदले हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की संभावना है और इसकी अंतिम तिथि 30 अप्रैल है।पिछले कुछ महीनों से रिक्शा एसोसिएशन रिक्शा किराया बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। तदनुसार, माननीय मुंबई महानगर क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक में रिक्शा किराए में वृद्धि के संबंध में निर्णय लिया गया। एक फरवरी के बाद जब ये दरें लागू होंगी तो मीटर टैरिफ में बदलाव की जरूरत पड़ेगी। अधिकांश रिक्शाओं के इलेक्ट्रॉनिक मीटर पर दिखाया गया न्यूनतम किराया 2 रुपये है। 23. हालाँकि, बहुत से लोग मूल्य वृद्धि से अनजान हैं। इसलिए, रिक्शा किराया के भुगतान को लेकर यात्रियों और चालकों के बीच टकराव आम बात होती जा रही है। दरअसल, रिक्शा चालकों को जल्द से जल्द मीटर टैरिफ बदलने की जरूरत है। उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रोहित काटकर ने बताया कि 30 अप्रैल तक ऐसा करना जरूरी है।ठाणे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय के पास 18 रिक्शा मीटर मरम्मत केंद्रों का रिकॉर्ड है, जबकि ठाणे, मीरा भयंदर और ऐरोली में 18 रिक्शा मीटर मरम्मत केंद्र हैं।इन तीन स्थानों पर मीटर कैलिब्रेशन का कार्य किया जा रहा है। कार्यालय से प्राप्त आधिकारिक पंजीकरण के अनुसार, 80,000 से अधिक अधिकृत रिक्शा चल रहे हैं, जिनमें से लगभग 40,700 रिक्शाओं के मीटर कैलिब्रेट हो चुके हैं। हालाँकि, आधे से अधिक रिक्शों के मीटर अभी तक कैलिब्रेट नहीं हुए हैं। इसके लिए अंतिम तिथि 30 अप्रैल है। हालांकि, इसके बाद रिक्शा चालकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है।उप क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी रोहित काटकर का कहना है कि रिक्शा मीटरों को कैलिब्रेट करने के लिए अब कुछ ही दिन बचे हैं। हालाँकि, मीटर अंशांकन का एक बड़ा हिस्सा अभी भी लंबित है। मीटर कैलिब्रेशन के लिए 700 रुपये का शुल्क लिया जाता है, जिसमें मीटर मरम्मत, मीटर अपग्रेडेशन और सरकारी सत्यापन शुल्क शामिल है। तदनुसार, रिक्शा चालकों को शुल्क का भुगतान करना चाहिए।इधर संजय पाटील ने बताया कि यह सिर्फ प्रतिदिन रिक्शा से यात्रा करने की बात नहीं है, बल्कि महीने में एक बार यात्रा करने की बात है। इसलिए रिक्शा किराये के बारे में कोई जानकारी नहीं है। किराया मीटर रीडिंग के अनुसार दिया जाता है। लेकिन मीटर और रिक्शा चालक आपको किराया अलग-अलग बताते हैं। क्या हमें रिक्शा चालक द्वारा मांगे गए किराए का भुगतान करना चाहिए?

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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा

   

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