पोटाश बम से घायल हाथी के बच्चे की गले व पैर में अंदरूनी चोटें

घायल हाथी के बच्चा को इंजेक्शन लगाते हुए डाक्टरों की टीम।

धमतरी, 27 नवंबर (हि.स.)।पोटाश बम के ब्लास्ट करने से घायल सिकासेर दल में शामिल हाथी का एक बच्चा घायल हो गया था, लेकिन हाथियों के दल में होने की वजह से उपचार नहीं हो पा रहा था। घटना के 20 दिनों बाद घायल हाथी को झुंड ने अकेला छोड़ा, तो उपचार के लिए लगातार रेस्क्यू में जुटे वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की टीम ने घायल हाथी का उपचार किया।हाथी के गला, जबड़ा व पैर में चोटें आई है। 24 घंटे के भीतर ठीक नहीं हुआ, तो रायपुर रेफर किया जा सकता है। इधर मौके पर उपस्थित नहीं होने वाले वन विभाग के एसडीओ को उपनिदेशक पुन: नोटिस जारी करने की तैयारी में है।

उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन से मिली जानकारी के अनुसार पोटाश बम ब्लास्ट में घायल सिकासेर दल के 40 हाथियों में से एक हाथी का छोटा बच्चा घायल हो गया था। खबर के बाद वन विभाग की टीम लगातार रेस्क्यू कर उपचार में जुटे हुए थे, लेकिन हाथियों का दल पहाड़ी से नीचे नहीं आ रहा था। उपचार के लिए लगातार रेस्क्यू टीम द्वारा किया जा रहा था। दवाई खिलाने भी कई प्रयास किया गया। घटना के 20 दिनों बाद 27 नवंबर को रिसगांव परिक्षेत्र के जंगल में हाथियों के दल ने घायल हाथी के बच्चा को अकेला छोड़ा, तो वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने उसे पकड़कर उपचार करने में सफल हुए। उपनिदेशक वरूण जैन ने बताया कि हाथी के बच्चा के गला, जबड़ा व पैर में चोटें आई है, जिनका पशु चिकित्सकों की टीम ने उपचार किया। बताया गया है कि उपचार के 24 घंटे बाद भी हाथी की सेहत में सुधार नहीं हुआ, तो उसे बेहतर उपचार के लिए रायपुर ले जाया जाएगा, ताकि घायल हाथी पूरी तरह से ठीक हो सके।

हाथी के घायल बच्चा पर नजर रखने रेस्क्यू टीम थर्मल ड्रोन का उपयोग किया गया है । इस ड्रोन के माध्यम से सिकासेर दल के 35 से 40 हाथियों पर लगातार नजर बनाए रखे हुए थे, ताकि घायल हाथी अकेला होते ही उसका उपचार किया जा सके और ऐसा हो भी गया। हाथियों के दल से घायल हाथी के बच्चा को अलग करना विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए लंबे समय तक चुनौती बना हुआ था, अब जाकर टीम ने राहत की सांस ली है।

नदारद एसडीओ को फिर दिया जाएगा नोटिस: उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक वरूण जैन ने बताया कि घायल हाथी के उपचार के दौरान किए गए रेस्क्यू आपरेशन के दौरान सीतानदी एसडीओ एमआर साहू नदारद रहे। इससे पहले भी नदारद थे, जिसके लिए उसे नोटिस दिया गया था। रेस्क्यू आपरेशन से नदारद होने के कारण अब उसे पुन: नोटिस दिया जाएगा। संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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