
धमतरी, 12 मार्च (हि.स.)। लंबे समय से दुकान किराया नहीं पटाने वाले 37 दुकानदारों को नोटिस थमाया गया है। इससे उनमें हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि निगम द्वारा बेरोजगारों को रोजगार देने मुख्यमंत्री स्वालंबन योजना के तहत दुकान आंबटित की गई है। इसके तहत बेरोजगार एवं जरुरतमंद लोग अपनी पसंदीदा दुकान खोल आत्मनिर्भर बन रहे है। बावजूद कुछ दुकानदार लंबे समय से किराया अदा नहीं कर रहे हैं। इससे निगम का काफी राजस्व नुकसान हो रहा है। इसे निगम प्रशासन ने गंभीरता से लिया है।
लंबे समय से किराया नहीं पटाने वाले दुकानदारों की कुंडली बना उन्हें नोटिस थमाई जा रही है। क्योंकि वर्तमान में मार्च का महीना चल रहा है। इसमें दिए गए राजस्व वसूली के लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करना है। इसलिए निगम प्रशासन एक्शन मूड में है। निगम के मुख्यमंत्री स्वालंबन योजना दुकान किराया प्रभारी मो. शेर खान ने बुधवार को बताया कि दुकान किराया वसूली अभियान चलाई जा रहा है। 37 दुकान किराया बकायादारों को नोटिस दी गई है। इसमें दिए गए तय तिथि में किराया नहीं पटाने पर संबंधित के दुकानों पर जल्द तालाबंदी की कार्रवाई की जाएगी। इससे बचने समय पर किराया पटाने की अपील उन्होंने की है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। जानकारी के अनुसार निगम की नोटिस के बाद आठ दुकानदार किराया पटाने निगम पहुंचे हैं। निगम को इन दुकानदारों से कुल लगभग चार लाख रुपये वसूल करना है।
लाखों का राजस्व बकाया
जानकारी के अनुसार नगर निगम को संपत्ति कर, दुकान किराया, जलकर के रूप में लाखों रुपये वसूल करने हैं। शहर के कई नागरिक नगर निगम से सुविधा लेने के लिए नल कनेक्शन और दुकान किराए पर तो ले लेते हैं, लेकिन नियमित इसका शुल्क नहीं पटाते।इसके चलते शुल्क बढ़ते बढ़ते पहले सैकड़ों फिर हजारों और बाद में लाखों तक पहुंच जाता है। नगर निगम क्षेत्र में सैकड़ों लोग हैं जिनका राजस्व बकाया है। बार-बार निगम द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद भी कुछ असर नहीं होता। तालाबंदी और जब्ती की कार्रवाई अपनाने के बाद लोग शुल्क पटाने पहुंचते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा