सिगड़ी के धुएं से दम घुटने से कमरे में साेये दम्पति की मौत

पाली, 29 दिसंबर (हि.स.)। पाली जिले के शहीद नगर कॉलोनी स्थित एक घर में रविवार सुबह दंपती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि वे कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे थे, जिससे दम घुटने से उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि, मृतकों के बेटे ने मामले की जांच की मांग की है।

कोतवाली थाना प्रभारी किशोर सिंह ने बताया कि मृतकों की पहचान घेवरदास (53) पुत्र लक्ष्मी दास और उनकी पत्नी इंद्रा देवी (48) के रूप में हुई है। दोनों की मौत के समय कमरे में उनका रिश्तेदार सुंदरदास भी मौजूद था, लेकिन उसे कोई नुकसान नहीं हुआ। बेटे प्रकाश ने बताया कि माता-पिता के फोन न उठाने पर वह उनके घर गया। दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब कोई जवाब नहीं मिला, तो वह छत पर गया और वहां से दूसरा दरवाजा खटखटाया। इसके बाद सुंदरदास ने दरवाजा खोला। कमरे में घेवरदास और इंद्रा अचेत अवस्था में मिले।

सुंदरदास ने पुलिस को बताया कि वह देसूरी के पास लांपी गांव का निवासी है। इंद्रा देवी ने घुटनों के दर्द की शिकायत करते हुए उसे बुलाया था। वह शनिवार को उनके घर आया और नींबू, सिंदूर, काली डोरी, अगरबत्ती आदि सामग्री लाने को कहा था। कमरे में यह सामग्री मिली, जिससे कुछ अनुष्ठान होने का संकेत मिलता है।

सीओ देरावर सिंह सोढ़ा ने बताया कि मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि दंपती की मौत सिंगड़ी के धुएं से हुई। कमरे में वेंटिलेशन की कमी और बंद खिड़की-दरवाजों के कारण कोयले से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस ने जानलेवा प्रभाव डाला।

घेवरदास के बेटे प्रकाश ने मामले में जांच की मांग की है। उसका कहना है कि उसी कमरे में रिश्तेदार सुंदरदास भी सो रहा था, लेकिन वह सुरक्षित कैसे रहा। उसने यह भी सवाल उठाया कि कमरे में सिंगड़ी जल रही थी या नहीं।

पड़ोसी उम्मेदराम ने बताया कि सुबह बेटे प्रकाश ने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया। जब दरवाजा नहीं खुला, तो वह छत पर गया और लोहे का जाल हटाने की कोशिश की। इसके बाद सुंदरदास ने दरवाजा खोला। यह घटना कई सवाल खड़े करती है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना बताया गया है। पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

   

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