दिल्ली में 13 दिसंबर से आयोजित होगा भव्य सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव, कई संत और केंद्रीय मंत्री होंगे शामिल
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- Nov 28, 2025
रांची, 28 नवंबर (हि.स.)। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर से लेकर अंतरिक्ष की तकनीक तक विश्वस्तर पर उल्लेखनीय प्रगति की है, फिर भी हाल ही में दिल्ली में हुए बम विस्फोट जैसी घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्र की सुरक्षा के सामने चुनौतियां और तेज हो रही हैं। केवल आतंकवाद ही नहीं बल्कि राष्ट्रविरोधी विदेशी शक्तियां, नक्सलवाद, डीप स्टेट, लव जिहाद, लैंड जिहाद, हलाल जिहाद सहित कई माध्यमों से भारत को दुर्बल करने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे समय में केवल दिखावटी धर्मनिरपेक्षता और वोटो के लोभ में हो रहा तुष्टीकरण देश को और कमजोर करेगा। इस पृष्ठभूमि में भारतभूमी में भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे महापुरुषों की तेजस्वी परंपरा को पुनः जागृत करना और सुरक्षा, संस्कृति और शौर्य के लिए कार्य करना, समय की आवश्यकता बन गई है। भारत के पुनः विश्वकल्याण के लिए सनातन राष्ट्र के रूप में उदय की जरूरत है। इसी संदेश को देशभर में पहुंचाने के उद्देश्य से सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन की प्रस्तुति और सनातन संस्था के तत्वावधान में भव्य सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव 13 और 14 दिसंबर को नई दिल्ली (इंद्रप्रस्थ) स्थित भारत मंडपम में आयोजित होगा।
यह जानकारी केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव स्वागत समिति के चंद्रकांत रायपत, शंभू गवारे, प्रभु लालपटेल, सिटीजन फोरम की अध्यक्ष डॉ रेणुका रेणुका तिवारी और प्रेम वर्मा सहित अन्य ने शुक्रवार रांची के स्टेशन रोड स्थित होटल ग्रीन होराइजन मे प्रेस वार्ता में दी।
मौके पर कहा कि विश्वकल्याण के लिए कार्यरत सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ जयंत बालाजी आठवले के जन्मोत्सव के अवसर पर गोवा में हुए प्रथम शंखनाद महोत्सव में 23 देशों के 30,000 से भी अधिक भक्तों ने सहभागिता की थी।
अनेक साधु-संतों, गोवा के मुख्यमंत्री और केंद्र और राज्य मंत्रियों की उपस्थिति से वह महोत्सव सफल रहा। अब दिल्ली का यह महोत्सव राष्ट्रीय स्तर पर ऐतिहासिक होने जा रहा है।
वहीं मौके पर सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ आठवले ने रामराज्य समान आदर्श सनातन राष्ट्र की स्थापना का पवित्र संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि महाभारत युद्ध से पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने जैसे धर्मयुद्ध का शंखनाद किया था, वैसे ही यह महोत्सव धर्मनिष्ठ समाज की आत्मशक्ति को जागृत कर धर्मसेवा राष्ट्रसेवा की प्रेरणा देगा। दो दिवसीय इस महोत्सव में सनातन संस्कृति संवाद, सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तन, राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद-नक्सलवाद की पृष्ठभूमि, रक्षा नीति और राष्ट्रबल दृढ़ करने के उपाय जैसे विषयों पर विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञ मार्गदर्शन देंगे।
वहीं दूसरे दिन विश्वकल्याणकारी सनातन राष्ट्र विषय पर विशेष सत्र रखा गया है।
महोत्सव में अनेक संत-महंत और विविध क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियां उपस्थित रहेंगी। इनमें श्रीराम जन्मभूमि न्यास के कोषाध्यक्ष पपू स्वामी गोविंददेवगिरी महाराज, मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के पपू डॉ नरेशपुरीजी महाराज, हिंदू जनजागृति समिति के मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ) चारुदत्त पिंगले और सनातन संस्था की उत्तराधिकारी श्रीसत्शक्ति (सौ.) बिंदा सिंगबाल सहित अन्य उपस्थित रहेंगे।
साथ ही केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय शेठ, दिल्ली के संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा, छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज सांसद छत्रपति उदयनराजे भोसले, भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश उदय ललित, उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना सहित अन्य शामिल होंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विकाश कुमार पांडे



