महर्षि वाल्मीकि का जीवन तपस्या और ज्ञान का प्रतीक - राकेश मौर्य

जौनपुर,17 अक्टूबर (हि.स.)। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राकेश मौर्य की अध्यक्षता में गुरुवार को नगर के एक लॉन में संस्कृत रामायण के रचयिता, आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई।

गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे जिला अध्यक्ष राकेश मौर्य ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने सर्वप्रथम भगवान श्री राम के जीवन पर आधारित महाकाव्य रामायण की रचना की, जिसे उनके नाम पर वाल्मीकि रामायण कहा जाता है। महर्षि वाल्मीकि का जीवन तपस्या और ज्ञान का प्रतीक है जिन्होंने कठिन साधना के बाद महर्षि का पद प्राप्त किया।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री दीपचंद सोनकर, पूर्व मंत्री श्री राम यादव, पूर्व एमएलसी ललन प्रसाद यादव, पूर्व विधायक लाल बहादुर यादव ने कहा कि जब रत्नाकर ने नारद मुनि से अपने पाप कर्मों के परिणाम के बारे में जाना, तो उनके मन में वैराग्य उत्पन्न हुआ। उन्होंने कठोर तपस्या की और भगवान श्रीराम के नाम का जाप करते हुए ज्ञान प्राप्त किया। ऐसे ज्ञानी और महापुरुषों को याद करके उनके सिद्धांतों और आदर्शों को ग्रहण करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

गोष्ठी को प्रदेश सचिव क्रमशः हिसामुद्दीन शाह, सुशील दुबे वरिष्ठ नेता रुखसार अहमद, ज़िला उपाध्यक्ष गण क्रमशः महेंद्र यादव, हीरालाल विश्वकर्मा, केशजीत यादव, राजेंद्र यादव टाइगर, इरशाद मंसूरी, आलोक त्रिपाठी लकी, राहुल त्रिपाठी, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष श्याम नारायण बिंद, विधानसभा अध्यक्ष गण क्रमशः वीरेंद्र यादव सदर, नंदलाल यादव जफराबाद, रामू मौर्य, अशोक निषाद , डा. जंगबहादुर यादव, हरिश्चंद्र प्रभाकर, नीतू शर्मा, श्याम यादव तपस्वी, धर्मराज यादव आदि ने संबोधित किया। गोष्ठी का संचालन ज़िला महासचिव आरिफ हबीब ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव

   

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