
जींद, 5 मई (हि.स.)। जींद जिले और आसपास के क्षेत्र में बारिश के साथ ओलावृष्टि से मंडियों में पड़ी गेहूं भीग गई। जिले में औसतन 10 एमएम बारिश हुई। इसमें सबसे ज्यादा बारिश पिल्लूखेड़ा और सबसे कम सफीदों में हुई है।
जींद में 5.4 एमएम, नरवाना में 9 एमएम, सफीदों में 2 एमएम, जुलाना में 12 एमएम, उचाना में 6 एमएम, अलेवा में 17 एमएम और पिल्लूखेड़ा में 19 एमएम बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी वर्षा की संभावना जताई है।
खेतों में गेहूं की कटाई का कार्य करीब एक सप्ताह पहले पूरा हो चुका है और मंडियों में भी गेहूं की आवक अब ना के बराबर हो रही है।
इसके बावजूद मंडियों में लाखों क्विंटल गेहूं पड़ा है। रविवार शाम तक जिले की मंडियों में कुल 72 लाख 50 हजार 866 क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है। जिसमें से 70 लाख 93 हजार 577 क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी है। जबकि रविवार शाम तक कुल उठान 52 लाख 39 हजार 764 क्विंटल गेहूं का मंडियों से हो पाया था।
अनाज मंडी में गेहूं भीगने पर मार्केट कमेटी सचिव संजीव कुमार द्वारा आठ आढ़तियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगते हुए लाइसेंस सस्पेंड करने की चेतावनी दी है। हालांकि प्रशासन की तरफ से पहले ही बारिश का अंदेशा जताते हुए आढ़तियों को गेहूं को भीगने से बचाने के लिए तिरपाल ढकने के निर्देश दिए गए थे।
इसके बावजूद मंडियों में खुले में गेहूं पड़ा रहा।
आढ़तियों का कहना है कि उन्होंने तिरपाल ढके थे, लेकिन आंधी में तिरपाल उड़ गए, जिसके कारण गेहूं भीगा। वहीं पिछले एक सप्ताह के अंदर जिन किसानों ने कपास की बिजाई कर रखी थी, बारिश के बाद ऊपरी जमीन सख्त होने के कारण बीज का फुटाव नहीं हो पाया। उन किसानों को अब दोबारा से बिजाई करनी पड़ सकती है।
रात को बारिश के साथ आई तेज आंधी की वजह से रात को कई गांवों में बिजली गुल रही। शहर में बारिश के बाद कई जगह जलभराव हो गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा