हर महीने दर्ज होने वाले केस की संख्या से दुगने लंबित मामले हों निष्पादित : एसपी

बैठक में शामिल अधिकारी

रामगढ़, 13 अक्टूबर (हि.स.)। जिले में पुलिस की नकारात्मक छवि को बदलने के लिए एसपी अजय कुमार ने नया अभियान शुरू किया है। सोमवार को उन्होंने अपराध समीक्षा बैठक में न सिर्फ थाना प्रभारी और वरीय अधिकािरयाें को शामिल किया, बल्कि एएसआई स्तर तक के अधिकारियों को भी बुलाया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि थाने में किसी भी व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत नहीं आनी चाहिए। थाना प्रभारी हों, दारोगा, मुंशी हो या सिपाही, वह शिकायत लेकर थाना आने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ ऐसी बात नहीं करेगा, जिससे उसे ठेस पहुंचे। महिलाओं और बुजुर्गों के साथ बेहद संवेदनशीलता के साथ पेश आना होगा। महिलाओं और बुजुर्गों को सबसे पहले बिठाकर उनकी काउंसलिंग भी करनी होगी। यदि कोई बात उन्हें समझ में नहीं आ रही है, तो उन्हें पूरा समय देकर समझना भी होगा। थाना परिसर में महिला सिपाही और पदाधिकारी को भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। महिला थाना प्रभारी को भी एसपी ने निर्देश दिया है।

लंबित मामलों का जल्द हो निष्पादन

एसपी ने बताया कि जिले में वर्तमान समय में 850 केस लंबित हैं। वर्ष 2020 और 2021 के कुछ ही केस अभी तक निष्पादित नहीं हुए हैं। लेकिन अधिकांश मामले वर्ष 2024 और 2025 के ही हैं। सभी थानों में हर महीने दर्ज होने वाली केस की संख्या से दुगना लंबित मामलों का निष्पादन किया जाना है। इसके लिए अनुसंधानकर्ताओं को विशेष निर्देश दिया गया है।

पुलिस अपने क्षेत्र में लगवाए सीसीटीवी

एसपी अजय कुमार ने क्राइम मीटिंग में सीसीटीवी कैमरे पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में लगातार चोरी की घटनाएं हुई हैं। कुछ घटनाओं में सीसीटीवी कैमरे से पुलिस को सुराग मिला, जिसकी वजह से चोर भी पकड़े गए। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों को जनता के बीच जाकर सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा। उन्होंने कहा कि दुकानदार और आम नागरिक अपने प्रतिष्ठानों और घरों पर बेहतर क्वालिटी का कैमरा लगाएंगे, तो अपराध के अनुसंधान में सहायता मिलेगी। सीसीटीवी कैमरा का फोकस सिर्फ घर और दुकान तक ही ना हो, बल्कि सड़क पर भी इसका फोकस हो। अपराधी जब कांड को अंजाम देकर भागते हैं तो उनकी गाड़ियां भी अलग-अलग इलाकों में सीसीटीवी कैमरे में कैद होती हैं। जिससे उन्हें पकड़ने में सहायता मिलती है।

एसपी अजय कुमार ने अपराध समीक्षा बैठक में संगठित अपराध पर भी अंकुश लगाने को कहा। उन्होंने कहा कि संगठित अपराध से जुड़े लोग अलग-अलग इलाकों में सक्रिय रहते हैं। पुलिस उन पर अपनी निगाह रखें। इसके अलावा पिछले कुछ दिनों में कुख्यात अपराधी भी जेल भेजे गए हैं। वे जेल से छूटकर बाहर भी आ रहे हैं। उन पर भी पुलिस की पैनी निगाह रहेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / अमितेश प्रकाश

   

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