वर्ष 2024 मिली 3617 शिकायतें, वर्ष 2025 में मिली 2744
जींद, 25 नवंबर (हि.स.)। साइबर जागरूकता का असर जींद में देखने को मिल रहा है। वर्ष 2025 में अबतक 95 लोग साइबर ठगों का शिकार होने से बच गए हैं तथा करीब एक करोड़ 19 लाख रुपये कि राशी बचाने में सफल हुए हैं। जिला जींद में वर्ष 2024 के मुकाबले 2025 में साइबर क्राइम के मामले कम हुए हंै। वर्ष 2024 कुल 3617 शिकायतें प्राप्त हुई थी। जबकि वर्ष 2025 में 2744 प्राप्त हुई हैं। इसी प्रकार वर्ष 2024 में कुल 127 मुकद्में दर्ज हुए जबकि 2025 में कुल 105 मुकद्में दर्ज हुए, वर्ष 2024 में गिरफ्तार किए गए 50 साईबर अभियुक्तों से 9,54,500 रुपये की राशि रिक्वर कि गई थी जबकि इस वर्ष अब तक 81 अभियुक्तों को गिरफ्तार करके 30,86,840 रुपये बरामद किए जा चुके हैं।
मंगलवार को एसपी कुलदीप सिंह ने कहा कि असली पुलिस वहाट्सपकॉल करने कि बजाय फिजिकल जांच करती है। इसी बात का पता होने के कारण महिला साइबर गैंग कि साजिश का शिकार होने से बच पाई। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले जिले की एक महिला को अचानक वहाट्सअप पर वीडियो कॉल आया। स्क्रीन पर पुलिस की वर्दी, सील लगी फाइलें और गंभीर आवाज में साइबर ठग ने कहा कि आपके नाम पर गैरकानूनी गतिविधियों में इस्तेमाल सिम कार्ड मिला है। आप पर केस दर्ज है। आपको डिजिटल गिरफ्त में रखा जाएगा। भ्रम, डर और मानसिक दबाव के चलते महिला लगभग धोखे के जाल में फंस चुकी थी लेकिन तभी उसे याद आया कि असली पुलिस तो फिजकल जांच करती है।
उन्होंने बताया कि साइबर ठगों ने पुलिस अधिकारी जैसी पहचान बना कर फर्जी नोटिस, लुकआउट और गिरफ्तारी वारंट, अधिकतर वहॉट्सअप कॉल के माध्यम से लोगों को डराकर पैसे ठगने का नया तरीका निकाला है। महिला ने पुलिस जागरुकता अभियान कि सराहना करते हुए कहा कि पुलिस द्वरा चलाए गए जागरण अभियान के कारण ही ठगी का शिकार होने से बच पाई।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा



