‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ का विजन देश की आवश्यकता : डॉ रीता बहुगुणा जोशी
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- Mar 09, 2025

प्रयागराज, 09 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘‘एक राष्ट्र एक चुनाव’’ का विज़न आज देश की आवश्यकता बन चुकी है। देश की आजादी के बाद 1965 तक देश भर में सभी चुनाव एक साथ होते रहे। लेकिन 1969 के बाद मध्यावधि चुनाव का दौर शुरू हो गया, जो अब देश और जनता के लिए एक बोझ बनता जा रहा है। इसलिए भविष्य को देखते हुए अब एक राष्ट्र एक चुनाव की आवश्यकता है।
यह बातें इलाहाबाद की पूर्व सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी ने रविवार को एक राष्ट्र एक चुनाव का जिला संयोजक नियुक्त किए जाने के बाद प्रयागराज आने पर कही।उन्होंने कहा कि हर साल देश के अंदर चुनाव होने से विकास के कार्य में रुकावट आती है। चुनावी व्यवस्था को लेकर प्रशासनिक खर्च का बोझ पड़ता है। जनता भी परेशान होती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संगठन ने एक राष्ट्र एक चुनाव की जो जिम्मेदारी दी है उसे पूरी तरह से निभाते हुए पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर कार्य करेंगे और अभियान को सफल बनाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है यह अभियान जन-जन का अभियान बनेगा और सफल होगा।
इस अवसर पर डॉ मुरली मनोहर जोशी सेवा समिति के अध्यक्ष अनिल भट्ट एवं प्रवक्ता राजेश केसरवानी ने डॉ जोशी को अंगवस्त्र पहनाकर एवं पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। स्वागत करने वालों में भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव, भोला सिंह, विजय श्रीवास्तव, कल्पना राजुल शर्मा, विनीता गुप्ता, बृजेश श्रीवास्तव, ज्ञानेंद्र गुप्ता, मीना राय, अमन शर्मा, विजय पुर्सवानी, सुशील जैन, अजय अग्रहरि, कमलेश कुमार, विष्णु त्रिपाठी, शत्रुघ्न जायसवाल सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र