युवाओं को खुद का स्टार्टअप शुरू करने पर प्रशासन से मिलेगा हरसंभव मदद
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- May 14, 2025

धमतरी, 14 मई (हि.स.)। धमतरी जिले में उद्यम से विकास श्रृंखला का दूसरा स्टार्टअप शिविर मगरलोड विकासखंड मुख्यालय में बुधवार काे आईटीआई कालेज भवन में हुआ। युवाओं को स्टार्टअप शुरू कर रोजगार से जोड़ने के लिए कलेक्टर अबिनाश मिश्रा की पहल पर स्टार्टअप शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मगरलोड क्षेत्र के शिक्षित और काॅलेज में पढ़ने वाले युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने और उसे चलाने से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं।
शिविर में कलेक्टर मिश्रा भी शामिल हुए। उन्होंने शिविर में शामिल युवाओं और सफल उद्यमियों का उत्साहवर्धन किया। कलेक्टर ने अपने महाविद्यालयीन जीवन और उनके कई सफल साथियों के कार्याें का उदाहरण देते हुए मगरलोड के युवाओं को भी अपने-अपने स्टार्टअप शुरू करने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर ने सभी उपस्थित युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने पर प्रशासन द्वारा हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। स्टार्टअप में जिला पंचायत की सीईओ रोमा श्रीवास्तव, भारत सरकार के उद्योग विभाग के विकास अधिकारी किशोर इरपाटे सहित शासकीय कालेज और आईटीआई मगरलोड के प्राचार्य तथा प्राध्यापक भी मौजूद रहे। इस शिविर में मगरलोड के स्थानीय उद्यमियों सहित रायपुर और भिलाई के स्टार्टअप उद्यमी भी शामिल हुए।
मगरलोड के युवाओं को स्टार्टअप को शुरू करने, उसे चलाने में आने वाली परेशानियों से निपटने, मार्केटिंग आदि के टिप्स दिए। इस दौरान स्थानीय राईसमिलर उद्यमी ओमप्रकाश देवांगन ने प्रतिभागियों को राईसमिल के बारे में बताया। पुरूषोत्तम साहू ने रैपिंग पेपर प्रिंटिंग, डिजीटल प्रिंटिंग का व्यवसाय शुरू करने की जानकारी दी। सफल उद्यमी डा नरेश बंजारे ने कंपनियों के गठन और उनके काम करने के तरीकों के बारे में बताया। वहीं बिजनेसगढ़ व स्टार्टअप के संस्थापक डा डोमेन्द्र गंजीर और दुर्गेश गंजीर ने युवाओं को अपनी परिकल्पनाओं को व्यवसाय के रूप में अपनाकर सफल उद्यमी बनने के टिप्स दिए। मगरलोड कालेज के विद्यार्थी संदीप कुमार ने पौधों की ग्राफ्टिंग का स्टार्टअप शुरू करने, छात्रा प्रिया जैन ने बेकरी व्यवसाय, पूर्व छात्र जितेन्द्र साहू ने पोल्ट्री व्यवसाय, छात्र विरेन्द्र कुमार बिंन्झेकर ने वर्मी कम्पोस्ट व्यवसाय से लेकर गुरूकुल महाविद्यालय के छात्र देवेन्द्र सेन ने स्टेशनरी व्यवसाय के बारे में अपने अनुभव साझा किए।
जिला प्रशासन से हर संभव मदद कलेक्टर ने कहा कि युवाओं को खुद का स्टार्टअप शुरू करने प्रशासन से हरसंभव सहायता दिया जाएगा। शिविरों के माध्यम से पूरे जिले से लगभग एक सौ स्टार्टअप शुरू करने के इच्छुक युवाओं को चयनित किया जाएगा। ऐसे सभी युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए योजना बनाने, उसे चलाने, उत्पादन की मार्केटिंग आदि के लिए हरसंभव सहायता जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी। स्टार्टअप शुरू करने के लिए कार्ययोजना बनाने से लेकर उसके लिए लोन, अनुदान, ब्रांडिंग, बाजार आदि में भी शासन की नीति अनुसार युवाओं को सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही ऐसे युवाओं को बड़े शहरों और औद्योगिक संस्थानों में एक्सपोजर विजिट की भी व्यवस्था की जाएगी। कलेक्टर ने यह भी कहा कि इच्छुक युवा डिक्सी और उद्योग एवं व्यापार विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में सभी तरह की जानकारी और सहायता ले सकते हैं।
पढ़ाई-लिखाई का उद्देश्य सिर्फ नौकरी पाना न हो
शिविर में मगरलोड जनपद पंचायत के अध्यक्ष बिरेन्द्र साहू ने कहा कि आज के युवाओं को पढ़ाई-लिखाई के उद्देश्य को नौकरी पाने से आगे ले जाना होगा। पढ़ाई-लिखाई का उद्देश्य सिर्फ नौकरी पाना न होकर, अपने पैरों पर खड़े होने का प्रयास होना चाहिए। जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र के महाप्रबंधक गोस्वामी ने बताया कि उद्यम स्थापित करने के लिए शासन द्वारा विभिन्न प्रकार के लोन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अब मुद्रा लोन की सीमा को बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दिया गया है। इसी के साथ लघु सूक्ष्म उद्योगों के लिए क्रेडिट गारंटी सीमा को भी दोगुना बढ़ाकर दस करोड़ रुपये तक कर दिया गया है। इसके साथ ही स्टार्टअप क्रेडिट गारंटी भी दी जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा