देश की शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव की जरूरत : गोपाल राय

—विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने अखिल भारतीय गुरुकुल परिषद बनाने की मांग की

वाराणसी, 22 नवम्बर (हि.स.)। विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय ने देश की शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव की मांग की है। उन्होंने मदरसा बोर्ड, ईसाई मिशनरी के स्कूलों, आईसीएसई, सीबीएसई और सभी राज्य शिक्षा बोर्डों की मान्यता समाप्त कर अखिल भारतीय गुरुकुल परिषद की स्थापना की बात कही। शुक्रवार को शहर में आए गोपाल राय पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

परिषद के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षा प्रणाली में सुधार की जरूरत है। वर्तमान शिक्षा प्रणाली भारतीय संस्कृति, परंपराओं और नैतिक मूल्यों को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा कि विदेशी शिक्षा प्रणाली के प्रभाव को खत्म करना और गुरुकुल आधारित शिक्षा को पुनर्जीवित करना समय की आवश्यकता है। इसलिए मदरसा बोर्ड और ईसाई मिशनरी स्कूलों की मान्यता समाप्त की जाए। इन संस्थानों के माध्यम से समाज में धार्मिक असंतुलन और धर्मांतरण को बढ़ावा दिया जा रहा है।

गोपाल राय ने कहा कि आईसीएसई, सीबीएसई सहित तमाम स्टेट बोर्ड्स की मान्यता रद्द किया जाना चाहिए। ये सारे बोर्ड भारतीय शिक्षा प्रणाली के मूल्यों के बजाय पाश्चात्य प्रभाव को बढ़ावा देते हैं। यह देश की संस्कृति के लिए हानिकारक है। उन्होंने बताया कि अपनी मांगों के समर्थन के लिए वह पदयात्रा भी करेंगे। उन्होंने दावा किया कि अखिल भारतीय गुरुकुल परिषद की स्थापना से विद्यालयों में वेद, उपनिषद, विज्ञान सहित भारतीय परंपराओं पर आधारित शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि सनातन धर्म का गठन भारत सरकार करे। अगर सरकार को अपने गठबंधन के सहयोगियों से दिक्कत हो रही है तो हिंदू इतने एकजुट हो जाएं कि हिंदुत्व की सरकार बना दें। उन्होंने बताया कि दिसम्बर 2025 तक हम लोगों ने एक लाख लोगों के हिंदू धर्म में वापसी का लक्ष्य रखा है। जिन लोगों ने ईसाई धर्म या मुस्लिम धर्म स्वीकार किया है। उन्हें हम वापस अपने घर (सनातन धर्म) में लाएंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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