संसार में कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं: रामप्रताप शास्त्री

कथा सुनाते हुए आचार्य रामप्रताप शास्त्री।

धमतरी, 28 सितंबर (हि.स.)। धमतरी स्थित रुद्री साहू सदन में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में 28 सितंबर को कथावाचक आचार्य रामप्रताप शास्त्री महाराज ने कहा कि परमात्मा ही परम सत्य है। जब हमारी वृत्ति परमात्मा में लगेगी तो संसार गायब हो जाएगा। भगवान संसार से जुड़े भी हैं और अलग भी हैं। आकाश में बादल रहता है। और बादल के अंदर भी आकाश तत्व है। बादल के गायब होने पर भी आकाश गायब नहीं होता। इसी तरह संसार गायब होने पर भी परमात्मा गायब नहीं होते।

संसार की कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं है। भागवत कथा सुनने से अहंकार का नाश होता है। कथा में राम जन्म एवं कृष्ण जन्म की कथा सुनाते हुए कहा कि कलयुग में भागवत की कथा सुनने से मात्र हर प्राणी को मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी जन्मों के पापों का नाश होता है। श्री राम जन्म एवं श्री कृष्ण जन्म व बाल लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि 84 लाख योनियों में भटकने के पश्चात मानव शरीर की प्राप्ति होती है। कथा प्रतिदिन दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक जारी है्। कथा के आयोजक नरेंद्र साहू एवं समस्त साहू परिवार छत्तीसगढ़ वस्त्रालय हैं। कथा श्रवण करने पूर्व विधायक रंजना साहू, लेखराम साहू, दयाराम साहू, चितरंजन साहू, डा रामेश्वर यादव, नोहर साहू, संतोष साहू, रेमन लाल साहू सहित क्षेत्रवासी बड़ी संख्या में पहुंचे।

भागवत कथा सुनने से मिलती है शांति

भागवत कथा एक ऐसी कथा है, जिसे ग्रहण करन सेे मात्र मन को शांति मिलती है। जब-जब अत्याचार और अन्याय बढ़ता है। तब-तब प्रभु का अवतार होता है। प्रभु का अवतार अत्याचार को समाप्त करने और धर्म की स्थापना के लिए होता है। जब रावण का अत्याचार बढ़ा, तब श्रीराम का जन्म हुआ। जब कंस ने सारी मर्यादाएं तोड़ी तो प्रभु श्री कृष्ण का जन्म हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

सम्बंधित खबर