
मुंबई, 11 मार्च (हि.सं.)। मुंबई मैरीटाइम बोर्ड (एमएमबी) और लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में मलबे के डंपिंग को लेकर ठन गई है। इस संबंध में एमएमबी ने पीडब्ल्यूडी को दक्षिण मुंबई के कार्टर रोड के समुद्र तट पर मलबा अनाधिकृत रूप से फेंकने पर कड़ी आपत्ति जताई है। पत्र लिखकर हिदायत दी गई है कि इसे तुरंत रोका जाए और वहां से मलबा हटाया जाए।
एमएमबी ने कार्टर रोड के रेतीले समुद्र तट पर पत्थर के टुकड़े और सीमेंट के मलबे को फेंकने को लेकर पीडब्ल्यूडी से लिखित शिकायत की है। एमएमबी के अनुसार संज्ञान में आया है कि पांच ट्रकों ने 8 मार्च 2025 को कार्टर रोड समुद्र तट पर मलबा फेंका है। इसलिए तत्काल निर्देश दिया जाता है कि उक्त स्थान से डंप किए गए मलबे को तुरंत हटाया जाए। जोर दिया गया है कि परियोजना को क्रियान्वित करने वाली किसी भी एजेंसी को मुंबई के तटरेखा पर काम शुरू करने से पहले बोर्ड से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करना होगा। एमएमबी ने उल्लेख किया कि उसने कार्टर रोड पर चल रहे निर्माण के लिए कोई एनओसी जारी नहीं की है।
सामाजिक कार्यकर्ता ज़ोरू भथेना ने बताया कि पिछले सप्ताह से मलबा डंप किया जा रहा है। स्थानीय रहवासियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से मुलाकात की। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने कहा कि मछुआरों ने रेतीले समुद्र तट के बजाय अपने मौजूदा कार्य क्षेत्र के पास मंच का निर्माण करने का अनुरोध किया था। मछुआरों का कार्य क्षेत्र मैंग्रोव क्षेत्र के 50 मीटर बफर के भीतर है। वे मैंग्रोव सेल से अनुमति लेने से बचने के लिए रेतीले समुद्र तट पर मंच का निर्माण कर रहे हैं। मंच को प्राकृतिक संरचना के रूप में डिज़ाइन नहीं किया गया है। यह ज्वार की लहरों को बाधित करेगा। हम महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन (एमसीजेडएमए) और हार्बर इंजीनियरिंग डिवीजन को तुरंत काम रोकने के लिए लिखेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार