
जींद, 27 मार्च (हि.स.)। गांव नगूरां में प्राइवेट स्कूल की बस का बुधवार को टायर फटने से अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराने के मामले में परिवहन विभाग जांच करेगा। इस हादसे में पांच बच्चों और चार महिला अध्यापिकाओं को चोटें आई थी। नियमों को ताक पर रख कर चल रही इस स्कूल वैन में सात यात्रियों की क्षमता है लेकिन घटना के दौरान करीब 14 बच्चे और स्टाफ टीचर मौजूद थे। वैन में परिचालक भी नही था और बताया जा रहा है कि आगे वाली सीट पर बच्चे बैठे थे। स्कूल वैन में क्षमता से अधिक लोगों का बैठना या बस वैन में फिटनेस की कमी हादसे का कारण हो सकता है। परिवन विभाग इस मामले की जांच करेगा। इसके बाद ही हादसे का सही कारण पता चल पाएगा।
आरटीए विभाग द्वारा रूटीन में स्कूल बसों की चेकिंग कर फिटनेस जांच की जाती है। हालांकि यह जांच नियमित होनी चाहिए लेकिन जब भी कोई हादसा होता है तो विभाग के कर्मचारी नींद से जाग जाते हैं लेकिन दो से तीन दिन तक अभियान चलाकर खानापूर्ति कर दी जाती है। जिले भर में 300 के करीब निजी स्कूल हैं, जिनमें एक हजार से ज्यादा बसें चल रही हैं। इनमें 30 प्रतिशत से ज्यादा बसें विभाग के नियमों पर खरा नही उतर रही हैं। इसके बावजूद भी ये बसें क्षमता से अधिक बच्चों को बैठा कर बे रोकटोक चल रही हैं। इतना ही नहीं शहर में भी ऐसे कई स्कूल हैं, जो बसों की बजाए छोटे वाहनों जैसे ऑटो में बच्चों को ढोने का काम करते हैं। गुरूवार को जानकारी देते हुए
एडीसी विवेक आर्य ने बतााय कि स्कूल बस हादसे मामले में जिसकी भी लापरवाही पाई जाती है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्कूल बसों की पिछले दिनों जिला परिवहन ने जांच की थी। इस स्कूल वैन की जांच हुई थी या नही, अगर जांच हुई थी तो उसमें क्या पाया गया था। उसका पता किया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा