श्रीकृष्ण जन्मभूमि की मुक्ति व मंदिर निर्माण के लिए महाकुम्भ में होगा महासंवाद
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- Jan 09, 2025
--मथुरा से 11 जनवरी को होगी हस्ताक्षर की शुरुआत --17 जनवरी को न्यास के सम्पूर्ण अभियान की महाकुम्भ में साधु-संत करेंगे घोषणा
मथुरा, 09 जनवरी (हि.स.)। श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि को मुक्त करने और वहां एक विशाल व भव्य मंदिर निर्माण कराने के आंदोलन की दिशा में गुरुवार को एक और बड़ा ऐलान किया है। इसकी अनौपचारिक शुरुआत 11 जनवरी को श्री कृष्ण जन्म भूमि के मुख्य द्वार से हो जाएगी। लेकिन औपचारिक घोषणा 17 जनवरी को साधु-संतों के साथ प्रयागराज के महाकुम्भ से होगी। एक फरवरी से महाकुम्भ में महासंवाद कार्यक्रम होगा। यह कार्यक्रम भगवान श्रीकृष्णजी के मंदिर निर्माण के कार्य में मील का पत्थर साबित होगा।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने केडीएस इंटरनेशनल स्कूल पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी। पहले से ही अंतरराष्ट्रीय स्तर चल रहे आंदोलन की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि के ही एक हिस्से पर विदेशी आक्रांताओं ने भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर को तोड़ कर वहां मस्जिद का निर्माण करा दिया गया था। जिस स्थान पर वर्तमान में मस्जिद है, वही स्थान मूल गर्भगृह का है। मस्जिद को हटाकर वहां मन्दिर निर्माण कराने के लिए श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास का देश विदेश में चल रहे आंदोलन को और तेज करने के साथ ही हिन्दू समाज को जागृत करने के लिए अब हस्ताक्षर अभियान शुरू किया जा रहा है। इसकी अनौपचारिक शुरुआत तो 11 जनवरी को श्रीकृष्ण जन्म भूमि के मुख्यद्वार से होगी, लेकिन औपचारिक शुरुआत 17 जनवरी को प्रयागराज के महाकुम्भ से होगी। उन्होंने बताया कि एक फरवरी से महासंवाद महाकुम्भ से होगी। महासंवाद में शंकराचार्य, महामंडलेश्वर, पीठाधीश्वर, आचार्य, महंत, भागवताचार्य और कथा प्रवक्ताओं भी हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि यहां से पूरी दुनिया में एक बड़ा संदेश जाएगा कि अब हिन्दू जाग गया है। वह अपना हक मांग रहा है और उसे प्राप्त करके रहेगा। यही लड़ाई श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास लड़ रहा है।
वृंदावन धाम के संत गोविंदानंद तीर्थ जी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर पांच हजार साल पहले का है, लेकिन विदेशी आक्रांता तो चार पांच सौ साल पहले आए थे। मुस्लिमों ने भारत आ करके मंदिरों को तोड़ा और मस्जिद बनाई। श्री कृष्ण जी का मंदिर बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है, उसमें सभी हिन्दू अपने हस्ताक्षर करे और अपना पता अवश्य लिखे। जो भी अपने हस्ताक्षर करेगा, वही इस अभियान से जुड़ जाएगा। वहीं, वृंदावन के संत डॉक्टर आदित्यानंद जी महाराज ने कहा कि अब तो बस न्यायालय से आदेश मिलने की देरी है, मंदिर तो बनेगा ही। उन्होंने श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास की सफलता की भी कामना व्यक्त की। इस मौके पर पंडित श्यामानंद महाराज, प्रदीपानंद महाराज, आरबी चौधरी, कुंवर जितेंद्र सिंह, अधिवक्ता डीडी चौहान, मोनू ठाकुर आदि मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / महेश कुमार