कैथल: पराली जलाने की घटनाओं को रोकने में नाकाम रहे तीन अधिकारी निलंबित

पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए खेतों में पहुंच एग्रीकल्चर विभाग का दस्ता

पराली जलाने के मामले में अब तक 18 किसान हो चुके हैं गिरफ्तार

कैथल, 22 अक्टूबर (हि.स.)। जिले में पराली जलाने की घटनाओं पर लगाम लगाने में नाकाम रहे तीन एग्रीकल्चर सुपरवाइजर को कृषि विभाग के निदेशक ने मंगलवार को निलंबित कर दिया। कृषि विभाग के डायरेक्टर राज नारायण कौशिक की तरफ से प्रदेश के 24 अधिकारी और कर्मचारियों को सस्पेंड करने का पत्र जारी हुआ है।‌ उनमें कैथल के एग्रीकल्चर सुपरवाइजर यादवेंद्र सिंह, हरप्रीत सिंह और सुनील कुमार के नाम भी शामिल हैं।

प्रदूषण विभाग के आरओ प्रवीण कुमार को भी सस्पेंड किया गया है। जिला कृषि अधिकारी बाबूलाल ने बताया कि मंगलवार को कैथल का एयर क्वालिटी इंडेक्स 246 रहा। जिले में पराली जलाने के अब तक 127 मामले सामने आए हैं। कैथल में पराली जलाने वाले 68 किसानों की मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रेड एंट्री कर दी गई है। इन किसानों की जमाबंदी में लाल निशान लगा दिए गए हैं।

इस कारण अब ये किसान आगामी दाे सीजन तक अपनी फसल एमएसपी पर मंडियों में नहीं बेच पाएंगे। दो सीजन उनकी फसल ओपन मार्केट में ही बिकेगी। 63 किसानों पर एक लाख 57 हजार रुपए जुर्माना किया गया है। डीएसपी वीरभान ने बताया कि मंगलवार तक पराली जलाने पर 22 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें से 18 किसानों को गिरफ्तार किया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेश कुमार भारद्वाज

   

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