तीन दिवसीय मानसून सत्र में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होना संभव नहीं है : भुवन कापड़ी

देहरादून, 04 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र की तारीख का ऐलान हो चुका है। मानसून सत्र 21 अगस्त से ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में होगा। इस बीच उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी ने रविवार को कहा कि तीन दिनों में राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होना एवं विपक्ष द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होना संभव नहीं है।

उन्हाेंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जनता के प्रति जवाबदेही से बचने का काम कर रही है। मानसून सत्र को तीन दिवस तक चलना है। जब विधानसभा नियमावली में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ कि सरकार को एक वर्ष में 60 दिनों तक सत्र चलाना चाहिये, जिससे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हो सके, जनहित के मुद्दों पर चर्चा हो, परन्तु सरकार का ये हाल है कि वह पांच वर्ष में भी 60 दिन सत्र आहूत नहीं कर पा रही है, जिससे सरकार की मंशा पर प्रश्न चिह्न खड़ा होता है। सरकार बजट सत्र को भी तीन दिनों में ही समाप्त कर देती है, जबकि बजट सत्र अन्य राज्यों की तर्ज पर कम से कम तीन सप्ताह चलाना चाहिए क्योंकि बजट विभागवार पेश किया जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / राम प्रताप मिश्र / सत्यवान / वीरेन्द्र सिंह

   

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