यमुनानगर: नर नीलगाय को मारने की अनुमति वापस ले सरकार: जरनैल सिंह 

यमुनानगर, 11 फ़रवरी (हि.स.)। हरियाणा सरकार द्वारा नर नीलगाय को मारने की अनुमति प्रदान करने के आदेश को अखिल भारतीय किसान सभा ने पर्यावरण की दृष्टि से अनुचित कदम बताया है। मंगलवार को जिला प्रधान जरनैल सिंह सांगवान ने यहां जारी बयान में कहा कि आवारा पशुओं और जंगली जानवरों द्वारा फसलों का नुकसान बड़ी भारी समस्या बनी हुई है। बेसहारा गाय, सांड ,बंदर, जंगली सुअर ,नीलगाय इत्यादि खड़ी फसलों ,सब्जियों और बागवानी को भी बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचा रहे हैं तथा जान माल के लिए भी खतरा बने हुए हैं। सरकार इन खतरों के प्रति टालमटोल का रवैया अपना रही है। अब अचानक बिना सोचे समझे नीलगाय की हत्या की अनुमति देना पर्यावरण की दृष्टि से भी अनुचित है।

उन्होंने कहा कि किसान सभा मांग करती है कि आवारा पशुओं और जंगली जानवरों को नियंत्रित करने के लिए सर्व समावेशी योजना बनाई जाए। जिसके तहत उनकी संख्या नियंत्रण हेतु नसबंदी, अभ्यारणों की स्थापना, पशु व्यापार से सख्ती हटाना, फसल सुरक्षा के कार्य को मनरेगा के कार्यों की सूची में डालना, फसल खराबे का मुआवजा आदि कदमों को लागू किया जाना शामिल हो। इस संबंध में यह जरूरी है कि कोई भी कदम उठाने से पहले सरकार किसान संगठनों, पर्यावरण विदों और पंचायत प्रतिनिधियों आदि के साथ व्यापक स्तर पर परामर्श करने की प्रक्रिया शुरू करें।

हिन्दुस्थान समाचार / अवतार सिंह चुग

   

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