मप्रः शाजापुर-सारंगपुर के बीच रेल ट्रैक पर गिरा पेड़, रेल सेवा बाधित

शाजापुर-सारंगपुर के बीच रेल ट्रैक पर गिरा पेड़झांसी-बांद्रा ट्रेन को भी शाजापुर रेलवे स्टेशन परइंदौर कोटा सुपरफास्ट एक्सप्रेस चार घंटे से खड़ी

- इंदौर कोटा सुपरफास्ट एक्सप्रेस चार घंटे से खड़ी है

भोपाल, 29 अप्रैल (हि.स.)। मध्य प्रदेश में मंगलवार शाम को मौसम के मिजाज बदल गया और कई जिलों में तेज आंधी-तूफान के साथ हल्की बारिश होने लगी। इसी बीच शाम को शाजापुर-सारंगपुर के बीच तेज हवा और आंधी के कारण रेलवे की ओएचई लाइन पर पेड़ गिर गया। इससे ट्रेक पर ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया। मक्सी-विजयपुर रेल ट्रैक पर रात 10 बजे तक यातायात शुरू नहीं हो सका। इससे इस रूट की कई ट्रेनों को रोका गया है। मौके पर रेलवे के कर्मचारी बिजली के तारों की मरम्मत के साथ रेलवे ट्रैक को दुरुस्त करने में जुटे हैं। वहीं, ट्रेन में सवार यात्री खासे परेशान होते दिखाई दिए। गनीमत रही कि चलती ट्रेन के सामने रेलवे ट्रैक पर पेड़ नहीं गिरे, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।

जानकारी के मुताबिक, मंगलवार शाम को तेज आंधी चलने की वजह से शाजापुर-सारंगपुर के बीच ग्राम पनवाड़ी-मोल्टा के पास रेलवे की विद्युत लाइन पर बबूल का पेड़ गिर गया। इससे विद्युत तार में शार्ट सर्किट हुआ और तार टूट गया। हादसे के समय इंदौर कोटा सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन यहां से गुजरने वाली थी, जिसे सोनेरा-पीरखेड़ी स्टेशन पर रोका गया। यह ट्रेन शाम से रात 10 बजे तक वहीं खड़ी रही। बांद्रा-झांसी एक्सप्रेस को शाजापुर स्टेशन पर रोका गया, जो रात साढ़े 10 बजे तक वहां रुकी रही। जिससे ब्यावरा स्टेशन पर यातायात ठप रहा।

बताया गया है कि शाजापुर-सारंगपुर के बीच रेलवे ट्रैक पर पेड़ गिरने से महज 8-10 मिनट पहले ही वाराणसी साप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस वहां से गुजरी थी। इस वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। सूचना मिलते ही ब्यावरा स्टेशन से टावर वैगन के साथ मरम्मत दल को फौरन घटनास्थल भेजा गया।

बताया गया है कि इंदौर कोटा सुपरफास्ट एक्सप्रेस में इलेक्ट्रिक इंजन लगा था, विद्युत तार टूटने से विद्युत सप्लाई बंद होने से इंजन का संचालन बंद हो गया। जिस स्थान पर पेड़ गिरा उससे कुछ दूर पहले ही ट्रेन रुक गई। शाम पांच बजे करीब विद्युत लाइन पर पेड़ गिरा। इसे एक घंटे की मशक्कत के बाद रेलवे की टीम ने काटकर रेल पटरी पर से हटाया। हालांकि रात 10 बजे तक पटरी पर ट्रेन का संचालन प्रारंभ नही हो सका था। ऐसे में मौके पर इंदौर से कोटा जा रही इंदौर कोटा सुपरफास्ट एक्सप्रेस समाचार लिखे जाने तक रात आठ बजे तक खड़ी रही। मौके पर मौजूद रेलवे के कर्मचारी और अधिकारी किसी भी तरह की जानकारी देने से बचते रहे। वह यह भी नही बता सके कि आखिर कब तक पटरी पर रेल संचालन प्रारंभ होगा।

शाजापुर से ब्यावरा की ओर जाने वाला यह रेलवे ट्रैक सिंगल लाइन है। ट्रेनों के गुजरने का कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है। इस घटना के कारण झांसी-बांद्रा ट्रेन को भी शाजापुर रेलवे स्टेशन पर रोकना पड़ा, जिससे यात्री परेशान होते रहे। ट्रेन में सवार अभिषेक ने बताया कि हम 2 घंटे से अधिक समय से शाजापुर रेलवे स्टेशन पर खड़े हैं। यहां पर कोई फूड की दुकान भी नहीं है। कहीं परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

भोपाल रेल मंडल के डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी ने बताया कि रेलवे की विद्युत लाइन पर पेड़ गिरने से रेल यातायात प्रभावित हुआ है। ब्यावरा और शाजापुर से टीमें भेजी गईं। टीम मौके पर पहुंचकर पेड़ हटाने के साथ विद्युत सप्लाई प्रारंभ कर रेल यातायात सुचारू करने में जुट गई है। पेड़ हटाने और ओएचई लाइन की मरम्मत का काम शुरू किया है। एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर लाइन को दुरस्त करने में जुटी रही। रात 10 बजे तक रेल यातायात बहाल नहीं हो सका।

जिस जगह रेलवे की विद्युत लाइन पर बबूल का पेड़ गिरा। वहीं पास में स्थित कृषि भूमि के मालिक किसान ने बताया कि रेल पटरी के आसपास कई जर्जर पेड़ हैं। यह कभी भी गिर सकते हैं। रेलवे इन्ही हटाता नही है और हम किसान हटाते हैं तो हटाने नही दिया जाता है। इंदौर-कोटा एक्सप्रेस ग्राम पनवाड़ी के पास खड़ी रहने से उसमें सवार यात्री परेशान हो गए। छोटे बच्चों को तो काफी ज्यादा समस्या हुई। स्थिति यह रही कि यात्री पानी तक के लिए भी परेशान होते रहे। कई यात्रियों को अपने गंतव्य पर पहुंचकर आवश्यक कार्य करना था। जो ट्रेन लेट होने के कारण वह नही कर पाएंगे। वहीं कई यात्रियों ने रेल पटरी पर से पेड़ हटाने में भी मदद की।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर

   

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