
धमतरी, 18 नवंबर (हि.स.)। धमतरी जिले के मगरलोड ब्लाक अंतर्गत ग्राम भैंसमुंडी निवासी तुमनचंद व रंजीता साहू शासकीय सेवा में रहते हुए अपनी सैलरी की आधी राशि गौ सेवा, पर्यावरण और नवाचारी शिक्षा के लिए लगाते हैं। उनके कार्यों से अन्य लोग प्रेरित हो रहे हैं।
तुमनचंद साहू अपने खेत में 1100 अमरूद का पेड़ लगाए है और वहां से प्राप्त अमरूद को स्कूलों व मजदूरों को बांट देते हैं। उन्होंने 100 से ज्यादा स्कूलों में सामाजिक संस्थाओं एवं व्यक्तियों को अब तक 15000 किलो बेस्ट क्वालिटी का जैविक अमरूद उपहार स्वरूप बांट चुके है। अमरूद बांटने का सिलसिला जारी है। तुमनचंद साहू ने कहा कि बढ़ती महंगाई, बढ़ती बीमारियों, जैविक भोजन की कमी और पर्यावरण असंतुलन सबका समाधान पेड़ लगाने से हैं। नवाचारी शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, गौ एवं जीव सेवा के लिए तन, मन, धन और जीवन समर्पित कर पिछले 10 वर्षाें से सेवा कार्यों में लगे हुए है। उनका एक ही उद्देश्य सेवा है। अच्छा इंसान और समाज निर्माण के लिए प्रयास करना है, जो नैतिक मूल्यों एवं आदर्श जीवन पर आधारित शिक्षा से संभव है। उनके द्वारा विभिन्न कार्य जैसे शिक्षा में नवाचारी प्रयोग, सामुदायिक सहभागिता, सामाजिक कार्य, पर्यावरण संरक्षण के लिए विशेष कार्य, स्कूल उन्नयन एवं विद्यार्थीयों के विकास के लिए राष्ट्रीय एकता को मजबूती के लिए विशेष कार्य किये जा रहे हैं।
तुमनचंद साहू कहते हैं मीठे फल जब बच्चों को मिलता है, तो उससे उनका पोषण तो होता ही है, स्वाद चख कर पेड़ लगाने के लिए वे भी स्व-प्रेरित होते हैं। पेड़ लगाने से क्या फायदे हैं, उन्हें समझाने की जरूरत नहीं होती है। बच्चे फलदार पौधा लगाने के बारे में सोचते हैं। एक शोध विशेषज्ञ एवं शिक्षाविद डा बेदलाल साहू ने कहा कि तुमनचंद और रंजीता के सेवा कार्यों से बहुत ही प्रभावित हूं। अब तक हजारों बच्चों को अमरूद बांट चुके हैं। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भैसमुंडी, स्वामी आत्मानन्द स्कूल बठेना, शासकीय उच्चतर स्कूल (बालक) मगरलोड, शासकीय उच्चतर माध्यम विद्यालय मगरलोड (कन्या), स्वामी आत्मानन्द स्कूल, सिंगपुर जैसे स्कूलों में अमरूद वितरण किया है। हजारों बच्चों को पेड़ लगाने का संदेश दे चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा