372 वृहद गौ संरक्षण केंद्रों का निर्माण पूर्ण, 20 वृहद गौ संरक्षण केंद्रों का हुआ ऑनलाइन लोकार्पण
- Admin Admin
- Jan 28, 2025
लखनऊ, 28 जनवरी (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रदेश के 20 वृहद गौ संरक्षण केंद्रों का ऑनलाइन लोकार्पण किया। पशुपालन निदेशालय में लोकार्पण के अवसर पर पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार कृत संकल्पित है। प्रदेश सरकार द्वारा अब तक 543 वृहद गौ संरक्षण केंद्रों की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसके सापेक्ष 372 वृहद गौ संरक्षण केंद्रों का निर्माण पूर्ण हो चुका है।
पशुपालन निदेशालय में विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने वृहद गौ संरक्षण केंद्रों का विवरण बताते हुए कहा कि जनपद हरदोई में पांच, आगरा में तीन, बांदा में एक, सहारनपुर में दो, शाहजहांपुर में दो, फर्रुखाबाद में एक, हाथरस में एक, कासगंज में एक, सुल्तानपुर में दो, सीतापुर में एक और मुरादाबाद में एक सहित कुल 20 वृहद गौ संरक्षण केंद्रों का आज लोकार्पण किया गया है। इन वृहद गौ संरक्षण केंद्रों की निर्माण लागत तीन हजार दो सौ दो लाख के करीब आई है।
पशुधन विभाग की तरफ से जानकारी दी गई कि इस वक्त उत्तर प्रदेश में 7753 गौ आश्रय स्थलों में 12 लाख 43 हजार 107 निराश्रित गोवंश संरक्षित हैं। पशुपालन विभाग अपनी ओर से ग्राम विकास, राजस्व विभाग, नगरीय विकास विभाग, पंचायती राज्य विभाग एवं गृह विभाग के समन्वय से अवशेष निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु निरंतर अभियान चल रहा है। बीते छह माह में 73 वृहद गौ संरक्षण केंद्रों का निर्माण कर लोकार्पण किया जा चुका है। वित्तीय वर्ष 2024 - 25 में अब तक 66 नवीन वृहद गौ संरक्षण केंद्रों की स्वीकृति प्रदान की गई है।
कार्यक्रम में पशुधन विभाग के प्रमुख सचिव रवीन्द्र नायक, विशेष सचिव देवेंद्र कुमार पांडेय, निदेशक (प्रशासन व विकास) डॉ जयकेश कुमार पांडेय, रोग नियंत्रक निदेशक डॉ योगेन्द्र पवार सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित
रहे।
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