यमुना किनारे स्थित कुँअर भाव सिंह बाबा मंदिर तक पक्की सड़क की मांग तेज, ग्रामीण बोले—20 साल से सुनवाई नहीं
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- Dec 12, 2025

औरैया, 12 दिसंबर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश में औरैया जनपद के सदर ब्लॉक क्षेत्र के गांव कस्बा सेंगनपुर में यमुना नदी किनारे स्थित प्रसिद्ध कुँअर भाव सिंह बाबा मंदिर तक पक्की सड़क न होने से ग्रामीणों में भारी रोष है। गांव के लोगों का कहना है कि पिछले 20 वर्षों से लगातार पक्का मार्ग बनाए जाने की मांग उठाई जा रही है, लेकिन आज तक विभागीय स्तर पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
गांव निवासी विजय सिंह राजपूत ने बताया कि ग्रामीण कई बार पीडब्ल्यूडी विभाग, जिला पंचायत और जनप्रतिनिधियों के समक्ष मांग रख चुके हैं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला, समाधान नहीं। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में कीचड़ और गड्ढों के कारण मंदिर तक पहुंचना बेहद मुश्किल हो जाता है।
पूर्व शिक्षक रामबाबू यादव ने बताया कि मंदिर के पास श्मशान घाट भी स्थित है, लेकिन पक्का मार्ग न होने से अंतिम संस्कार के लिए लोगों को दूसरे गांवों में जाना पड़ता है। यह ग्रामीणों के लिए न केवल असुविधाजनक है, बल्कि परंपराओं में भी बाधा उत्पन्न करता है।
गांव निवासी मनोज कुमार दुबे ने कहा कि कई जनप्रतिनिधियों ने पक्का मार्ग बनवाने का आश्वासन दिया, लेकिन जमीन पर आज तक कोई काम नहीं हुआ। उनका कहना है कि मात्र तीन किलोमीटर की सड़क है, जिसे बनाया जाना किसी भी हाल में मुश्किल कार्य नहीं है।
वहीं ग्रामीण दलबीर सिंह का कहना है कि पक्का मार्ग न होने से बरसात में यमुना नदी पर स्थित मंदिर तक पहुंचना असंभव हो जाता है। कई ग्रामीण दर्शन करने भी नहीं जा पाते।
गांव के जय सिंह, राघवेंद्र और हंस राज ने बताया कि पहले लोग पैदल चलकर यमुना घाट तक पहुंच जाते थे, लेकिन अब शव यात्रा ट्रैक्टर व चारपहिया वाहनों से जाती है, जिससे कच्चे रास्ते पर चलना जोखिम भरा हो गया है। इस कारण अंतिम संस्कार के लिए अन्य गांवों के घाट का सहारा लेना पड़ रहा है।
इस विषय पर जिला पंचायत सदस्य के प्रतिनिधि व औरैया ब्लॉक के पूर्व प्रमुख राजकुमार दुबे ने बताया कि पक्का मार्ग बन पाना फिलहाल मुश्किल है क्योंकि मार्ग के बीच वन विभाग की जमीन आती है और विभाग NOC जारी नहीं कर रहा है।
सेंगनपुर व अकबरपुर के ग्राम प्रधानों ने बताया कि वे मनरेगा योजना से कच्चा मार्ग बनवाते हैं, लेकिन हर बरसात में रास्ता खराब हो जाता है। ग्रामीणों ने जल्द समाधान की मांग दोहराई है, ताकि मंदिर और श्मशान घाट तक पहुंच आसान हो सके।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार



