एक साथ देहलां पहुंचे 9 शव, गांव में छाया मातम

ऊना, 12 अगस्त (हि.स.)। गत दिवस पंजाब राज्य की जेजों(खड्ड) में मारे गए नौ लोगों के पार्थिव शरीर सोमवार सांय करीब साढे चार बजे ग्राम पंचायत देहलां में पहुंचे। पांच एंबुलेंस गाडिय़ों में मृतकों के शव जैसे ही गांव में पहुंचे तो गांव में माहौली पूरी तरह से गमगीन हो गया। जिनका अंतिम संस्कार मंगलवार को विभौर साहिब शमशानघाट में होगा। गुरू रविदास मंदिर देहलां में पांच और भटोली में तीन शवों को फ्रीजर में रखा गया है। जबकि चालक कुलबिंद्र सिंह पुत्र हुकम चंद का सोमवार का विभौर साहिब में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।

एक ही परिवार के लोगों का एक साथ यूं चले जाना हर गांववासी की आंखों को नम कर रहा था। बच्चे से लेकर बुजुर्ग महिलाएं इस दुखदायी घटना से स्तब्ध है। परिजनों को तो विश्वास ही नही हो रहा कि सुबह सभी हंसते-खेलते एक साथ शादी समारोह में जाने के लिए निकले थे। लेकिन किसी ने भी ये नही सोचा था कि वापिस उनके शव आएंगें।

सुरजीत कुमार और सरूपचंद दोनों भाईयों के परिवार में से एक-एक बेटा ही बचा है, जबकि घर के बाकी सदस्यों की मौत हो गई। सरूप चंद का बेटा जो कि विदेश में है और वो इनके साथ नही गया था। जबकि सुरजीत के बेटे दीपक को स्थानीय लोगों ने उफनती खड्ड से बचा लिया था। अब दोनों भाईयों के परिवार में से एक-एक बेटा ही रह गया है। उफनती खड्ड में गाड़ी में बह गई परमजीत कौर पत्नी सुरजीत देहलां, पलबिंद्र कौर पत्नी सरूप चंद देहलां और सुरिंद्र कौर पत्नी अमरीक भटोली आपस में तीन सगी बहनें थीं। इनमें से परमजीत कौर व पलबिंद्र कौर के पार्थिव शरीर देहलां गांव में पहुंच गए हैं, जबकि सुरजीत कौर अभी भी लापता है। भटोली निवासी सुरजीत कौर का भी पूरा परिवार इस दुर्घटना में खत्म हो गया है। अब उनके परिवार में केवल पति अमरीक सिंह बचे हैं, जो कि विदेश में काम करते हैं।

ग्राम पंचायत देहलां लोअर के पूर्व प्रधान दविंद्र कुमार ने बताया कि ये बड़ी ही दुखद घटना है। दो दिन से गांव में मातम का माहौल है। हर गली मोहल्ले में सन्नाटा पसरा हुआ है। हर किसी की जुबान पर इस दुखदायी घटना का ही जिक्र हो रहा है। दुख की इस घड़ी में पूरा गांव एकजुट होकर मदद को आगे आ रहा है। जिससे जो भी बन पा रहा है हर संभव मदद कर रहा है।

सोमवार को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री और नेता विपक्ष जयराम ठाकुर भी देहलां गांव में पहुंचे और इस दुखदायी घटना पर शोक जताया। इसके अलावा विधायक सतपाल सत्ती, पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, डीसी ऊना जतिन लाल भी देहलां गांव में पहुंचे शोक व्यक्त करने पहुंचे।

जेजों खड्ड में काल का ग्रास बने नौ लोगों के शव सोमवार सांय को देहलां व भटोली पहुंचे। जहां इनके शवों को फ्रीजर में रखा गया है। परमजीत कौर के बेटे और सुरजीत कौर के पति का इंतजार किया जा रहा है, जो कि विदेश में है और अब घर आ रहे हैं। इन सभी नौ शवों को अंतिम संस्कार मंगलवार को स्वर्गधाम विभौर साहिब में किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार

हिन्दुस्थान समाचार / विकास कौंडल / सुनील शुक्ला

   

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