वीपी सिंह: सामाजिक न्याय के योद्धा, भारत रत्न की उठी मांग

— सामाजिक न्याय के अप्रतिम नायक थे विश्वनाथ प्रताप सिंह— पिछड़े और वंचित समाज के लोग सदैव रहेंगे उनके ऋणी- पूर्व प्रधानमंत्री की पुण्यतिथि पर संगोष्ठी का आयोजनमीरजापुर, 27 नवम्बर (हि.स.)। पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर बुधवार को मीरजापुर के पीली कोठी स्थित एक उत्सव लान में संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का आयोजन वीपी सिंह सामाजिक न्याय मंच के तत्वाधान में किया गया। संगोष्ठी का विषय सामाजिक न्याय की स्थापना में वीपी सिंह का योगदान था।कार्यक्रम की शुरुआत वीपी सिंह के चित्र पर माल्यार्पण और श्रद्धांजलि से हुई। मुख्य अतिथि और वीपी सिंह के भतीजे विक्रम सिंह ने उन्हें सामाजिक न्याय का योद्धा बताया और कहा कि उन्होंने मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू कर समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों को मुख्य धारा में लाने का ऐतिहासिक कार्य किया।पूर्व विधायक भगवती प्रसाद चौधरी ने उन्हें भारतीय राजनीति का मसीहा कहा। अन्य वक्ताओं ने उनकी लोकतांत्रिक सोच, मूल्य आधारित राजनीति और समाज के प्रति समर्पण की सराहना की। कांग्रेस प्रवक्ता संजीव सिंह और अन्य वक्ताओं ने भारत सरकार से वीपी सिंह को भारत रत्न देने की मांग की। कार्यक्रम का संचालन आयुष सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. संतोष सिंह ने किया। संगोष्ठी में जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह पटेल, सपा नेता आशीष यादव, साहित्यकार डॉ. अनुज प्रताप सिंह और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

सम्बंधित खबर