हजारों नम आंखाें के बीच बुधवार काे होगा अंतिम संस्कार, आबूरोड से माउंट आबू के लिए वैकुंठी रवाना

सिरोही, 9 अप्रैल (हि.स.)। आबूरोड के ब्रह्माकुमारी संस्थान की मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी के मंगलवार को देवलोगमन के बाद बुधवार को उनकी वैकुंठी यात्रा आबूरोड के शांतिवन से रवाना हुई, जो माउंट आबू जाएगी। माउंट आबू मे संस्थान के ज्ञान सरोवर, ग्लोबल अस्पताल, पांड़व, म्यूजियम में उनके पार्थिव देह को अंतिम यात्रा करवाई जाएगी। इसके बाद पुनः यात्रा आबूरोड के शांतिवन पहुंचेगी। इस दौरान माउंट आबू शहर के लोग भी दादी को श्रद्धांजलि देंगे। दादी का अंतिम संस्कार गुरुवार सुबह 9.30 बजे शांतिवन में उनके काॅटेज के सामने वाले गार्डन में होगा। राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए देश विदेश से लोगों के आने का सिलसिला जारी है।

दादी रतन मोहिनी के निधन के बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, महाराष्ट् के सीएम, एमपी के सीएम, राजस्थान के मुख्यमंत्री सहित कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, कई राज्यपाल ने दुःख व्यक्त किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शोक संदेश में लिखा कि दादी रतनमोहिनी जी के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ है। वे ब्रह्माकुमारी संस्था का एक प्रकाश स्तंभ थीं। इस संस्थान ने मेरी जीवन यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। दादी रतनमोहिनी ने अपनी शिक्षाओं और कार्यों से अनगिनत लोगों की सोच और जीवन को संवारा है। उन्होंने आजीवन सेवा, सद्भाव, शांति और परोपकार के संदेश का प्रसार किया। उनकी शिक्षाएं लोगों को अध्यात्म के मार्ग पर चलने और जन-कल्याण-कार्यों के लिए प्रेरित करती रहेंगी। मैं पूरे विश्व में विद्यमान ब्रह्माकुमारी परिवार के सभी सदस्यों एवं इस संस्था के शुभचिंतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करती हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि दादी रतनमोहिनी की आध्यात्मिक उपस्थिति असाधारण थी। उन्हें प्रकाश, ज्ञान और करुणा की किरण के रूप में याद किया जाएगा। उनकी जीवन यात्रा, गहरी आस्था, सादगी और सेवा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता में निहित है, जो आने वाले समय में कई लोगों को प्रेरित करेगी। उन्होंने ब्रह्माकुमारीज़ के वैश्विक आंदोलन को उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान किया। उनकी विनम्रता, धैर्यता, विचारों की स्पष्टता और दयालुता हमेशा सबसे अलग रही। वह शांति के मार्ग पर चल रहे लोगों का मार्ग प्रशस्त करती रहेंगी। मैं उनके साथ अपनी बातचीत को कभी नहीं भूलूंगा। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके प्रशंसकों और ब्रह्माकुमारीज़ के वैश्विक आंदोलन के साथ हैं।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने लिखा है कि लाखों लोगों में आध्यात्मिक प्रकाश को जगाने वाली दादी रतनमोहिनी के सेवा कार्यों को भुलाया नहीं जा सकता है। दादी का जीवन प्रेरक रहा।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शोक संदेश में लिखा है कि ब्रह्माकुमारीज़ के लिए यह दुख का क्षण है। मैं सभी सदस्यों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करता हूं। परमात्मा से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शोक संदेश भेजा है कि दादीजी ने अंतिम दिनों तक पूर्ण जीवन जीया। मात्र दो दिन की अस्वस्थता के बाद नश्वर देह त्याग किया। आपने सात दशक तक समर्पित भाव से नारी जागृति, मानवीय मूल्यों, शांति और आध्यात्मिक जागृति के लिए जो सेवाएं की हैं, वह समाज और विश्व के लिए एक अनमोल धरोहर हैं। आपकी सहजता, करुणा, अनुशासन और आध्यात्मिक प्रज्ञा ने असंख्य जीवनों को दिशा और प्रेरणा दी।

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने लिखा है कि दादी ने बचपन में ही ब्रह्मा बाबा के सान्निध्य में अपना जीवन आध्यात्मिक सेवाओं के लिए समर्पित कर दिया। आप शतायु तक सेवाएं करते रहे। ऐसी पुण्य आत्मा के प्रति मेरी भावभीनी श्रद्धांजली।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लिखा कि दादी ने अपना पूरा जीवन समाज कल्याण में समर्पित कर दिया। उनके निधन से आध्यात्मिक जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है। दुख की इस घड़ी में मैं उनके अनुयायियों के साथ हूं।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्‌डी ने लिखा है कि 140 देशों में फैले ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान की मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी के निधन के समाचार से दुखी हूं। आपने अपना पूरा जीवन लोगों के कल्याण में लगा दिया।

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा कि दादी जी का संपूर्ण जीवन योग, तपस्या और सेवा का प्रतीक रहा। उन्होंने लाखों लोगों को आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। उनका स्नेह, विनम्रता और दिव्यता सदैव स्मरणीय रहेगी। उनका निधन संपूर्ण मानव समाज व आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।

मप्र के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने वीडियो संदेश में कहा कि दादीजी ने जिस तरह से युवाओं और महिलाओं को प्रेरित किया उनके सेवा कार्यों को सदा याद रखा जाएगा।

दादी के निधन पर छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय, राज्यपाल रमेन डेका, दोनों उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, पूर्वउपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, वनमंत्री केदार कश्यप, कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने भी एक्स पोस्ट, फेसबुक पर शोक जताया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

   

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