वाराणसी: भदैनी सामूहिक हत्याकांड का आरोपी विशाल गुप्ता उर्फ विक्की गिरफ्तार
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- Feb 06, 2025
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—माता—पिता की मौत का बदला लेने के लिए सगे चाचा और उसके परिवार को मौत के घाट उतारा
वाराणसी,06 फरवरी (हि.स.)। भदैनी सामूहिक हत्याकांड का आरोपित एक लाख का इनामी विशाल गुप्ता उर्फ विक्की आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। भेलूपुर पुलिस ने आरोपी विशाल गुप्ता और उसके छोटे भाई प्रशांत गुप्ता उर्फ जुगनू को मीडिया के सामने गुरूवार को पेश किया।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि चार —पॉच नवम्बर की रात भदैनी में सामूहिक हत्याकांड के बाद उनके अगुवाई मे डीसीपी काशी जोन,पुलिस उपायुक्त अपराध,अपर पुलिस उपायुक्त काशी,अपर पुलिस उपायुक्त अपराध,एसीपी ईशान सोनी की सर्विलांस और भेलूपुर की टीम लगातार आरोपितों की तलाश में जुटी हुई थी। गुरूवार को सही लोकेशन मिलते ही आरोपितों को सीरगोवर्धनपुर स्थित लौटूबीर बाबा मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी विशाल के पास से घटना में प्रयुक्त पॉच मोबाइल,सिमकार्ड,एयरटेल पोर्टेबल वाईफाई (डोंगल) भी बरामद हुआ।
पूछताछ में विक्की ने बताया कि हमारे माता—पिता,बाबा की हत्या सगे चाचा राजेन्द्र गुप्ता ने वर्ष 1997 में गोली मार कर की थी। इस वारदात में हमारे छोटे भाई प्रशांत को भी गोली लगी थी। वारदात के बाद से ही हम दोनों भाइयों को चाचा राजेन्द्र व उनके परिवार ने नौकर की तरह रखा था। चाचा और उनके परिवार के लोग हम दोनों भाइयों को बात—बात पर पीटते थे। इससे हमलोग चाचा से परेशान रहने लगे। उनके व्यवहार से हमलोगों में गुस्सा बढ़ने लगा। वर्ष 2022 में चाचा राजेन्द्र और उसके बेटे ने मिलकर मुझे (विक्की) बुरी तरह पीटा था और घायल अवस्था में कई दिनों तक बिना इलाज के कमरे में बंद कर दिया। तभी से मैने चाचा और उनके परिवार को मारने के लिए घर छोड़ दिया। इसके बाद मैने छोटे भाई के साथ मिलकर पूरे घटना की योजना बनाई। योजना के तहत फर्जी आईडी पर चार—पॉच मोबाइल सिम और दो पिस्टल खरीदा। पूरे योजना के अनुसार चार—पांच नवम्बर की रात रोहनिया स्थित चाचा के अर्धनिर्मित आवास पर पहुंच कर पहले चाचा को गोली मार दी। चाचा की मौत होते ही भदैनी आवास पर आया। यहां चाची नीतू,चचेरे भाई नवनेंदू,शुभेंदू और चचेरी बहन गौरांगी को गोली मार कर मौत की नींद सुला दी। वारदात के बाद मुगलसराय रेलवे स्टेशन से बिहार निकल गया। पुलिस का दबाब बढ़ने पर बिहार से कोलकाता,पटना,मुम्बई रेलवे स्टेशन पर रहकर समय काटने लगा। छोटे भाई प्रशांत से बातचीत करने के लिए मैनें दो फेंक आईडी बनाई और उससे इन्स्टाग्राम एप पर बातचीत करता था। आज वाराणसी में छोटे भाई से मिलने और उससे पैसा लेने आया था। तभी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
बताते चलें कि भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी निवासी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता की पत्नी नीतू, बेटी गौरांगी और बेटों नमनेंद्र व सुबेंद्र का शव पांच नवंबर 2024 की सुबह उनके घर में खून से लथपथ मिला था। चारों की गोली मार कर हत्या की गई थी। उनके पिता राजेंद्र गुप्ता का शव रोहनिया थाना क्षेत्र के मीरापुर रामपुर स्थित उसके निर्माणाधीन मकान में मिला था।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी