वाराणसी: जानलेवा चाइनीज मंझे के खिलाफ सपा का मौन उपवास

वाराणसी, 05 जनवरी(हि.स.)। जानलेवा चाइनीज मंझे के खिलाफ जन जागरूकता अभियान में रविवार को समाजवादी युवजन सभा के कार्यकर्ताओं ने टाउन हॉल मैदागिन स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष मुंह पर काली पट्टी बांध कर मौन उपवास किया। इसके साथ ही लोगों से इस खतरनाक मंझे के बहिष्कार की अपील कर सरकार से इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की।

प्रदर्शन में शामिल सयुस के प्रदेश महासचिव किशन दीक्षित ने कहा कि चाइनीज मंझे का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह जानलेवा धागा न केवल मासूमों और बुजुर्गों के लिए, बल्कि राह चलते हर किसी के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। अब तक कई जानें जा चुकी हैं और कई लोग घायल हुए हैं। यह सवाल उठता है कि जब चाइनीज मंझे पर रोक लगी हुई है, तो फिर इसकी बिक्री क्यों जारी है? क्या प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई करने में असमर्थ है? या फिर यह एक बड़ा व्यवसायिक खेल है, जिसमें लोगों की जान की कीमत पर मुनाफा कमाया जा रहा है?।

पूर्व पार्षद मनोज यादव ने कहा कि जिला प्रशासन को चाइनीज मांझे पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाना चाहिए, ताकि भविष्य में किसी के घर का चिराग न बुझे। लेकिन सरकार और प्रशासन को यह बात समझने में कितना समय लगेगा? क्या वे लोगों की जान की कीमत पर अपनी नाकामी को छुपाने की कोशिश करेंगे। मौन उपवास में शामिल लोगों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर विभिन्न स्लोगन 'हवा में उड़ती मौत का परवाना... प्रतिबंधित है फिर भी बेच रहा कौन... खरीदने वाले-बेचने वाले दोनों गुनाहगार... कल आप भी हो सकते हैं। इसके शिकार... इस्तेमाल करने वाले देशद्रोही... बेचने वाले राक्षस, खा रहे खून की रोटी' लिखे गए थे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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