मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में प्रदेश में वाराणसी प्रथम स्थान पर

यूनिसेफ-भारत के पार्टनरशिप की वर्षगांठ पर कार्यशाला, उपलब्धि को साझा किया गया

वाराणसी,21 नवम्बर (हि.स.)। बाल विकास सेवा व पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ ) डी. के. सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना एवं मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में वाराणसी पूरे उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान पर है। ग्राम स्तर पर भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपना बहूमूल्य योगदान दे रही है। लैंगिक भेदभाव दूर करने में वाराणसी में बेहतर कार्य हो रहा है। डीपीओ आईसीडीएस डी.के. सिंह गुरूवार को यूनिसेफ के 75 वर्ष एवं यूनिवर्सल बाल अधिकार के 35 वर्ष पूरे होने पर कमिश्नरी सभागार में आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि बच्चे की सुरक्षा, पोषण और स्वास्थ्य के लिए वाराणसी मंडल प्रतिबद्ध है। कार्यशाला में यूनिसेफ लखनऊ से डॉ कनुप्रिया सिंघल (स्वास्थ्य विशेषज्ञ) ने यूनिसेफ के 75 वर्ष पूरे होने पर इसके कार्य एवं उपलब्धियों को साझा किया। एवं सरकार के साथ मिलकर आगे कार्य करने की प्रतिबद्धता को दोहराया। कार्यशाला में बच्चों के अधिकार, स्वास्थ्य पोषण, सुरक्षा, संरक्षण के लिए सरकारी विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया। अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल डॉ एम. पी. ने कहा कि लोग अपने स्वास्थ्य एवं अधिकारों के बारे में जाने। सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ ले, ताकि उनका स्वास्थ्य, पोषण और भविष्य उज्जवल रहे।

कार्यशाला में कस्तूरबा गांधी विद्यालय से मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के लाभार्थियों ने भी भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। लाभार्थी नैंसी सोनकर ने बताया कि पिता की मृत्यु के बाद बाल सेवा योजना में प्राप्त धनराशि से उसकी पढ़ाई हो रही है। बड़ा होकर अध्यापक बनना चाहती हूँ। यश सोनकर ने बताया कि मेरे पिता की मृत्यु के पश्चात स्कूल की पढ़ाई एवं फीस देना मुश्किल था, इस योजना से उसे राहत मिली एवं उसकी पढ़ाई जारी है । कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एवं महाबोधि इंटर कॉलेज से आए भारती, रोशनी एवं रिया ने मीना मंच के माध्यम से विद्यालय एवं समुदाय में किशोरियों एवं महिलाओं की सुरक्षा, मिशन शक्ति , लैंगिक और रंग भेदभाव से संबंधित मुद्दे पर अपने विचार एवं अनुभव साझा किए। गाजीपुर के एसपी सिटी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बच्चों से संबंधित अपने विचार साझा किया।

कार्यशाला में जौनपुर जिला से मुख्य चिकित्सा अधिकारी भी जुड़े। चंदौली के मुख्य चिकित्साधिकारी ने तंबाकू सेवन से बच्चों को बचाने के लिए यूनिसेफ से कार्यक्रम में सहयोग देने की अपेक्षा की। कार्यशाला की अध्यक्षता अपर आयुक्त राकेश कुमार गुप्ता ने की। कार्यशाला में मंडल के तीनों जिले गाजीपुर, चंदौली और जौनपुर के अफसर वर्चुअल जुड़े।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

   

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