हिसार : शतरंज का खेल बौद्धिक विकास के लिए अत्यंत उपयोगी : प्रो. नरसी राम बिश्नोई

गुजवि में इंटर-कॉलेज महिला व पुरूष वर्ग शतरंज प्रतियोगिताओं का आयोजन

हिसार, 15 नवंबर (हि.स.)। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय

के खेल निदेशालय के सौजन्य से विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप खेल स्टेडियम में हुई

इंटर-कॉलेज महिला व पुरूष वर्ग शतरंज प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। पुरुष वर्ग

में यूटीडी ने पहला तथा महिला वर्ग में दयानंद महाविद्यालय हिसार ने पहला स्थान प्राप्त

किया। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई समापन समारोह में मुख्य अतिथि रहे जबकि अध्यक्षता

खेल निदेशालय के अधिष्ठाता प्रो. आशीष अग्रवाल ने की।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने शनिवार काे इस अवसर पर कहा कि शतरंज का खेल बौद्धिक

विकास के लिए अत्यंत उपयोगी है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि प्रत्येक

विद्यार्थी को किसी न किसी खेल में अवश्य भाग लेना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों

को स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी न केवल खुद को जागरूक होना है बल्कि अपने

आस-पास के लोगों को भी जागरूक करना है। स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण का खेलों में अत्यंत

महत्व है।

प्रो. आशीष अग्रवाल ने बताया कि पुरुष वर्ग की शतरंज प्रतियोगिता में राजकीय

पीजी महाविद्यालय हिसार ने दूसरा तथा दयानंद महाविद्यालय हिसार ने तीसरा स्थान प्राप्त

किया।

विजेता टीम मेें दिव्यांशू कुमार, छतरपाल,

दीपांशू, नवीन व मिहिर शामिल रहे। उप विजेता टीम स्माइल, मनोज कुमार, विशेष कुमार,

अमन प्रीत व शुभम शामिल रहे। शतरंज प्रतियोगिता के महिला वर्ग में यूटीडी द्वितीय तथा

महारानी लक्ष्मीबाई महाविद्यालय, भिवानी रोहिला ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेता

टीम मेें सोनिया, प्रिया, वंदना, पारूल व गीता शामिल रही। उप विजेता टीम में रिशिता

गोयल, अन्नू, आस्था, वनी व भूमिका गोयल शामिल रही। इस अवसर पर खेल निदेशक डा. एसबी

लूथरा, ओपी भादू व गंगादत्त यादव व अन्य कोच उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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