सीमा पर कंटीले तार की बाड़ लगाने को लेकर बीजीबी के साथ ग्रामीणों की बहस 

कूचबिहार, 10 जनवरी (हि. स.)। सीमा पर कंटीले तार की बाड़ लगाने को लेकर बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ ग्रामीणों की बहस हो गयी। मेखलीगंज जिले के कुचलीबाड़ी में शुक्रवार को भारत-बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेशी उपद्रवियों की हिंसा से बचने के लिए ग्रामीण कंटीले तार की बाड़ लगाने के लिए जीरो प्वाइंट पर गए।

बताया जा रहा है कि इस दौरान बीजीबी द्वारा ग्रामीणों को रोका गया, लेकिन ग्रामीणों ने इसे नजरअंदाज कर करीब डेढ़ किलोमीटर तक अस्थायी कंटीले तारों की बाड़ लगाने का काम पूरा कर लिया। इस कंटीले तार की बाड़ से बीएसएफ का कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन बीएसएफ के जवान स्थानीय निवासियों की सुरक्षा में तैनात थे।

ग्रामीणों का आरोप है कि कुचलीबाड़ी सीमा पर कंटीले तार नहीं होने के कारण घुसपैठ और पशु तस्करी दोनों हो रही है। खुली सीमा का फायदा उठाकर बांग्लादेशी आते थे और किसानों की खेती की फसल काट कर भी ले जाते है। बांग्लादेशी उपद्रवी कभी-कभी छोटे-मोटे अपराध को भी अंजाम देते है। जिससे बीएसएफ को भी अवगत कराया गया था।

बताया गया है कि इससे पहले बीएसएफ ने कंटीले तारों की बाड़ लगाने की कोशिश की, लेकिन बीजीबी की रुकावट के कारण यह संभव नहीं हो सका। लेकिन इस बार किसानों के सब्र का बांध टूट गया है। इसलिए उन्होंने खुद ही बाड़ लगाने का फैसला किया।

हिन्दुस्थान समाचार / सचिन कुमार

   

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