गांवाें में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से होगा जलसंरक्षण

धमतरी, 12 अक्टूबर (हि.स.)।पंचायतों को दिए गए वर्षा जल संचय के लिए देश में गिरते हुए भूजल स्तर को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 'जल - संचय, जन भागीदारी' पहल की शुरूआत की गई। इसके जरिए जल संरक्षण में जनभागीदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसके मद्देनजर कलेक्टर नम्रता गांधी ने जिले के जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली।

इस दौरान उन्होंने जिले में जल संरक्षण के लिए कृत्रिम रिचार्ज संरचनाएं जैसे चेक डेम, नाला - बंधान, सिंचाई स्रोत, परकोलेशन टैंक्स, डग वेल, रूफ टाप स्ट्रक्चर निर्माण के संबंध में जानकारी ली।साथ ही जल संचय पोर्टल पर पूर्ण हुए और प्रगतिरत कार्यों को प्रविष्टि करने के निर्देश दिए।उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि प्रत्येक पंचायत में वर्षा जल संचय के लिए कम से कम पांच रिचार्ज स्ट्रक्चर निर्माण किया जाए। इसके साथ ही सभी नगरीय निकायों में स्थित शासकीय, अशासकीय भवनों में 10 हजार रिचार्ज स्ट्रक्चर निर्माण का लक्ष्य रखा गया है।

बैठक में जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी श्री चन्देल ने जल संरक्षण की तकनीकी विषयों की जानकारी दी। मौके पर जिपं सीईओ रोमा श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर जीआर मरकाम, जिला सूचना एवं विज्ञान अधिकारी उपेन्द्र चन्देल, एसडीओ वन श्री विश्वकर्मा सहित वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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