725वीं रामानंद जयंती 21 जनवरी 2025 को, ऋषिकेश में मनेगा भक्ति, एकता और परंपरा का उत्सव

- सनातन धर्म के प्रति समर्पित होगी इस बार की रामानंद जयंती- जात-पात पूछे न कोई, रामानंद के संदेश के साथ निकलेगी शोभा यात्रा ऋषिकेश, 15 दिसंबर (हि.स.)। आगामी 21 जनवरी 2025 को विरक्त वैष्णव मंडल ऋषिकेश द्वारा 725वीं श्रीरामानंद जयंती का आयोजन भव्य रूप से किया जाएगा। यह निर्णय स्वामीनारायण आश्रम, शीशम झाड़ी में महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास की अध्यक्षता में आयोजित संतों की बैठक में लिया गया। बैठक का संचालन डॉ. स्वामीनारायण दास ने किया।यह आयोजन न केवल रामानंद की शिक्षाओं को श्रद्धांजलि देने का माध्यम बनेगा, बल्कि सनातन धर्म के मूल्यों को एकजुटता और सहिष्णुता के संदेश के साथ प्रसारित करेगा। महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास ने बताया कि इस वर्ष रामानंद जयंती सनातन धर्म के प्रति समर्पित रहेगी। उन्होंने कहा कि संत रामानंद का उद्देश्य जाति-पाति के भेदभाव से ऊपर उठकर समाज को एकजुट करना था। उनके विचार जात-पात पूछे न कोई, जो हरि को भजे सो हरि का होई आज भी प्रेरणा देते हैं। आगामी 21 जनवरी को रामानंद आश्रम मायाकुंड से शोभा यात्रा प्रारंभ होगी। यह यात्रा मनोकामना सिद्ध हनुमान मंदिर, निर्मल आश्रम, सुभाष चौक, मुखर्जी मार्ग, हरिद्वार मार्ग, तिलक रोड, हीरालाल मार्ग, अंबेडकर चौक, रेलवे रोड, लक्ष्मण झूला रोड और भरत मंदिर से होते हुए वापस रामानंद संत आश्रम मायाकुंड पहुंचेगी। शोभा यात्रा के दौरान संतों के प्रवचन भी आयोजित किए जाएंगे।इस वर्ष शोभा यात्रा की विशेषता यह होगी कि इसमें उत्तराखंड के पारंपरिक वाद्य यंत्र और स्थानीय पुरातन बैंड बाजे भी शामिल होंगे, जो आयोजन को और भव्य बनाएंगे।बैठक में डॉ. स्वामीनारायण दास, स्वामी ईश्वर दास, महंत बलवीर सिंह, महंत रवि शास्त्री, अजय कालरा, अभिषेक शर्मा, भारत भूषण दास, सुदर्शनाचार्य दामोदरदास, सुमित करण, और हरि शरण दास आदि उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / विक्रम सिंह

   

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