राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद को पीआरएसआई के दो प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार

नई दिल्ली/देहरादून, 17 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम) को पब्लिक रिलेशंस सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई) के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार–2025 से सम्मानित किया गया है। ये पुरस्कार परिषद को ‘हर घर संग्रहालय’ अभियान और ‘वेस्ट टू आर्ट’ (कचरे से कलाकृति) प्रकाशन के लिए प्रदान किए गए हैं।

एनसीएसएम की ओर से बुधवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ये सम्मान 13 से 15 दिसंबर 2025 तक उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आयोजित पीआरएसआई के 47वें अखिल भारतीय जनसंपर्क सम्मेलन के दौरान प्रदान किए गए। सम्मेलन का विषय “2047 के लिए जनसंपर्क विजन : विकास को सशक्त बनाना, जड़ों को संरक्षित करना” था।

परिषद को विशेष प्रतिष्ठित प्रकाशन श्रेणी में ‘वेस्ट टू आर्ट’ प्रकाशन के लिए दूसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ। इस प्रकाशन में अपशिष्ट सामग्रियों से निर्मित कलाकृतियों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, रचनात्मकता और जनभागीदारी को बढ़ावा देने वाली एनसीएसएम की पहलों का दस्तावेजीकरण किया गया है। इसमें देशभर की एनसीएसएम इकाइयों में आयोजित कार्यशालाओं और प्रतियोगिताओं का भी उल्लेख है।

वहीं, कॉर्पोरेट अभियान के अंतर्गत सोशल मीडिया के सर्वश्रेष्ठ उपयोग की श्रेणी में ‘हर घर संग्रहालय’ अभियान को दूसरा पुरस्कार मिला। यह नागरिक-केंद्रित डिजिटल पहल लोगों को अपनी पारिवारिक धरोहरों, कलाकृतियों और निजी संग्रहों की तस्वीरें, वीडियो और कहानियां साझा करने के लिए प्रेरित करती है। इस अभियान से अब तक 10 लाख से अधिक लोग जुड़ चुके हैं और सोशल मीडिया पर इसे 10 मिलियन से अधिक व्यूज प्राप्त हुए हैं।

प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, ये पुरस्कार एनसीएसएम की ओर से निदेशक (मुख्यालय) राजीव नाथ और जनसंपर्क अधिकारी सत्यजित ना. सिंह ने ग्रहण किए।

परिषद के महानिदेशक ए.डी. चौधरी ने कहा कि ये सम्मान विज्ञान, संस्कृति और समाज को जोड़ने वाली एनसीएसएम की पहलों को और अधिक सशक्त बनाने की प्रेरणा देंगे।-------------

हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता

   

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