कांथल में पानी के विवाद ने पकड़ा तूल, लोगों का हंगामा और प्रदर्शन

बनी। कांथल में चार-पांच पानी के स्रोत हैं, जबकि तहसील प्रशासन चांदल के अंतर्गत आने वाले गांव बालकोहा के लिए पानी की व्यवस्था कर रहा था। बालकोहा में लगभग 20-25 परिवार पानी की भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं। हालांकि, पंचायत कांथल के लोग इन स्रोतों से बालकोहा को पाइप द्वारा पानी नहीं ले जाने दे रहे थे। कांथल के लोगों का कहना था कि यदि यहां से पानी नीचे चला गया, तो उनके मवेशियों के लिए पानी की समस्या खड़ी हो जाएगी। इसी मुद्दे को लेकर विवाद खड़ा हो गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर तहसीलदार बनी फोर्स के साथ पहुंचे, लेकिन विवाद इतना बढ़ गया कि आपस में कहासुनी शुरू हो गई। स्थिति काबू में लाने के लिए प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी पड़ी, और पुलिस ने मौके पर कुछ महिलाओं को हिरासत में ले लिया। इससे विवाद और भड़क गया। शनिवार रात कांथल के लोग थाने पहुंच गए और प्रशासन व जल शक्ति विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि जब तक हिरासत में ली गई महिलाओं को छोड़ा नहीं जाएगा, वे थाने से नहीं हटेंगे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 


पूर्व सरपंच ठाकुर दास ने बताया कि रविवार सुबह जल शक्ति विभाग ने उपरोक्त स्थान पर फिर से कार्य शुरू कर दिया, जिससे लोग और भड़क गए। इस पर उन्होंने दोबारा जमकर नारेबाजी की। स्थिति को देखते हुए एसडीएम बनी गियासू उल हक और तहसीलदार प्रदुम अत्री मौके पर पहुंचे और लोगों से बातचीत की। लोगों को समझाने के बाद प्रशासन ने जल शक्ति विभाग को निर्देश दिए कि अगले आदेश तक कार्य बंद रखा जाए। साथ ही जल शक्ति विभाग को कहा गया कि पानी की व्यवस्था के लिए अन्य स्रोतों की तलाश की जाए, ताकि बालकोहा के लोगों के लिए पानी की समस्या का समाधान किया जा सके।

   

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